इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की शादी की शहनाई की गूँज अभी ठीक से थमी भी नहीं थी कि उनकी ज़िंदगी का दुखद अंत हो गया। 11 मई 2025 को सोनम से ब्याह रचाने के बाद, राजा 20 मई को अपनी दुल्हन के साथ हनीमून के लिए मेघालय रवाना हुए। ...
By: Star News
राजा हत्याकांड की सनसनीखेज दास्तान
स्टार समाचार वेब.
इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की शादी की शहनाई की गूँज अभी ठीक से थमी भी नहीं थी कि उनकी ज़िंदगी का दुखद अंत हो गया। 11 मई 2025 को सोनम से ब्याह रचाने के बाद, राजा 20 मई को अपनी दुल्हन के साथ हनीमून के लिए मेघालय रवाना हुए। किसे पता था कि यह हनीमून यात्रा उनकी जिंदगी का सबसे भयानक दिन साबित होगी? मेघालय पुलिस ने इस मामले को "ऑपरेशन हनीमून" नाम दिया है, और इसके पीछे की कहानी किसी फिल्मी पटकथा से कम नहीं है, जिसमें प्यार, धोखे और बेरहमी का काला अध्याय छिपा है।
विश्वासघात का बीज: प्रेम और सुपारी
राजा की हत्या का मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि उनकी अपनी पत्नी सोनम रघुवंशी निकली। पुलिस की जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि सोनम का शादी से पहले से ही राज कुशवाहा नाम के शख्स से प्रेम प्रसंग चल रहा था, जो राजा की फैक्ट्री में ही काम करता था। इस अवैध रिश्ते ने एक खूनी साजिश को जन्म दिया। सोनम और राज ने मिलकर राजा को रास्ते से हटाने का फैसला किया, और इसके लिए 10 लाख रुपये की सुपारी दी गई। जी हाँ, 10 लाख रुपये में राजा की ज़िंदगी का सौदा कर लिया गया था। चौंकाने वाली बात ये भी है कि दोनों का इरादा शादी के तुरंत बाद ही राजा की हत्या करवाने का था।
हनीमून पर मौत का खेल
23 मई को राजा और सोनम लापता हो गए। कई दिनों की तलाश के बाद, 2 जून को राजा का शव मेघालय के चेरापूंजी में एक गहरी खाई से बरामद हुआ। शुरुआती जांच में सामने आया कि राजा पर बेरहमी से हमला किया गया था। उसकी सोने की चेन और अंगूठी भी निकाल ली गई थी, और फिर उसे खाई में फेंक दिया गया। आशंका जताई जा रही है कि राजा को फेंके जाने तक वह जिंदा था। यह कितनी अमानवीय बात है कि जिस पत्नी ने सात फेरे लेकर जीवन भर साथ रहने की कसम खाई, उसने ही अपने पति को इतनी निर्ममता से मौत के घाट उतरवा दिया।
साजिश के सूत्र और गिरफ्तारियाँ
पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए सोनम, उसके प्रेमी राज कुशवाहा और तीन भाड़े के हत्यारों - आकाश राजपूत, विशाल और आनंद कुर्मी - को गिरफ्तार किया है। सोनम को 9 जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में आत्मसमर्पण करने के बाद पकड़ा गया। उसे पटना से शिलांग ले जाया गया है, जहाँ उससे गहन पूछताछ की जा रही है।
तीन राज्यों का कनेक्शन आया सामने
राजा की हत्या की साजिश मध्य प्रदेश के इंदौर में रची गई, कत्ल मेघालय में हुआ, और मुख्य आरोपी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से पकड़ी गई। यह दिखाता है कि अपराधी कितनी दूर तक अपने नापाक मंसूबों को अंजाम दे सकते हैं।
इंसाफ की पुकार
राजा की माँ, उमा रघुवंशी, अपने बेटे के लिए न्याय की गुहार लगा रही हैं। उनका कहना है कि 'सोनम के कहने पर ही राजा शिलांग गया था और सोनम ने वापसी का टिकट भी नहीं कराया था, जो उसकी पूर्व-नियोजित साजिश की ओर इशारा करता है। परिवार की मांग है कि इस जघन्य अपराध में शामिल सभी आरोपियों को फाँसी की सज़ा मिले, ताकि उनके बेटे को इंसाफ मिल सके।'
यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि रिश्तों में विश्वासघात कितना खतरनाक हो सकता है। "खूनी हनीमून" की यह कहानी उन छिपे हुए अपराधों की बानगी है, जो हमारे समाज में पल रहे हैं। पुलिस इस मामले की तह तक जा रही है, और उम्मीद है कि जल्द ही सभी सच सामने आ जाएंगे और राजा को न्याय मिलेगा।