साउथ अफ्रीका के हाथों 0-2 की करारी हार के बाद टीम के कोच सवालों के घेरे में आ गए हैं। गुवाहाटी में मीडिया के सवालों का जवाब तक नहीं दे पाए। इधर, अब कायस लगाए जा रहे हैं कि बीसीसीआई जल्द ही गंभीर के जगह किसी और को टीम की कमान सौंपने का मन बना लिया है।
By: Arvind Mishra
Nov 26, 20253:23 PM
साउथ अफ्रीका के हाथों 0-2 की करारी हार के बाद टीम के कोच सवालों के घेरे में आ गए हैं। गुवाहाटी में मीडिया के सवालों का जवाब तक नहीं दे पाए। इधर, अब कायस लगाए जा रहे हैं कि बीसीसीआई जल्द ही गंभीर के जगह किसी और को टीम की कमान सौंपने का मन बना लिया है। हार के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब गंभीर आए तो उन्होंने लगातार ट्रोल होने के बाद चुप्पी तोड़ी और कहा कि उनके भविष्य पर फैसला बीसीसीआई करेगा। जब गुवाहाटी टेस्ट मैच में 408 रन के अंतर से हार झेलने के बाद गौतम गंभीर प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए तो उनसे ये सवाल पूछा गया कि क्या अभी भी वह टीम के लिए बेहतर विकल्प है। इस पर गंभीर ने जवाब दिया कि ये फैसला बीसीसीआई का होगा। जब मैंने पद संभाला था तब भी कहा था, भारतीय क्रिकेट महत्वपूर्ण है, मैं नहीं। आज भी उसी बात पर कायम हूं।
लोग सब जल्दी भूल जाते हैं...
गंभीर ने आलोचनाओं पर नाराजगी भी जताई और मीडिया पर तंज कसते हुए कहा कि वे सिर्फ हार पर फोकस करते हैं, उपलब्धियों को नजरअंदाज कर देते हैं। लोग भूल जाते हैं कि मैंने ही इंग्लैंड में युवा टीम के साथ नतीजे दिलाए थे। आप सब जल्दी भूल जाते हैं। न्यूजीलैंड का जिक्र कर लेते हैं, लेकिन ये भी मत भूलिए कि मेरे ही कोचिंग में भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी और एशिया कप जीता था। ये टीम नई है, अनुभव कम है, और मैंने पहले भी कहा कि इन्हें सीखने में समय लगेगा, लेकिन ये पूरा प्रयास कर रहे हैं।
मैं बहाने बनाने नहीं आया हूं
सीरीज हारने के बाद अपनी पहली बात में गौतम गंभीर ने कहा कि मुझे ट्रांजिशन शब्द से नफरत है। मैं यहां बहाने बनाने नहीं आया हूं, लेकिन ट्रांजिशन असल में यही है, युवा खिलाड़ी सीख रहे हैं। आपको उन्हें समय देना होगा। हार की जिम्मेदारी सबकी है और सबसे पहले मेरी है। उन्होंने कहा कि 95/1 से 122/7 होना गलत है। किसी एक खिलाड़ी या शॉट को हार को जिम्मेदार नहीं ठहरा जा सकता। मैंने कभी किसी को अलग से दोष नहीं दिया और आगे भी नहीं दूंगा।
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