पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में बल्ला न चला पाने का मलाल लिए रांची में उतरे वैभव ने 190 रनों की झन्नाटेदार पारी खेली। बुधवार को जेएससीए ओवल ग्राउंड रांची में टॉस जीतकर बिहार ने बल्लेबाजी चुनी और शुरुआत से ही साफ कर दिया कि इरादा बड़ा है, लेकिन जो हुआ, वह इरादे से कहीं आगे चला गया।
By: Arvind Mishra
Dec 24, 202511:50 AM
रांची। स्टार समाचार वेब
विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 के प्लेट ग्रुप में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ बिहार की पारी महज स्कोरकार्ड की कहानी नहीं थी, बल्कि एक 14 साल के बल्लेबाज की एक और बड़ी कहानी रही। इस रन-तूफान के ठीक बीच खड़ा था एक नाम, जो अब घरेलू क्रिकेट में अपने चरम पर छा गया है और यह है वैभव सूर्यवंशी। अंडर-19 एशिया कप में उम्मीद के अनुरूप पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में बल्ला न चला पाने का मलाल लिए रांची में उतरे वैभव ने 190 रनों की झन्नाटेदार पारी खेली। बुधवार को जेएससीए ओवल ग्राउंड रांची में टॉस जीतकर बिहार ने बल्लेबाजी चुनी और शुरुआत से ही साफ कर दिया कि इरादा बड़ा है, लेकिन जो हुआ, वह इरादे से कहीं आगे चला गया। वैभव की पारी देखिए- 84 गेंदों में 190 रन, 15 छक्के, 16 चौके और 226.19 का स्ट्राइक रेट- यह लिस्ट-ए क्रिकेट की नहीं, मानो टी-20 की रफ्तार में लिखी गई कहानी थी। खबर लिखे जाने तक बिहार ने 50 ओवरों के इस मैच में 282-2 (30 ओवर) का स्कोर खड़ा कर दिया था।
बैकफुट पर अरुणााचल
मंगल महरौर (33 रन, 43 गेंद) के साथ वैभव ने पारी की नींव रखी। विकेट गिरने तक स्कोर आगे बढ़ रहा था, लेकिन उसके बाद वैभव ने गियर बदला। कवर-ड्राइव से लेकर पुल और लॉन्ग-आॅन के ऊपर से उड़ते छक्के- हर शॉट में आत्मविश्वास झलक रहा था। 36 गेंदों में शतक- 10 चौके और 8 छक्के...अरुणाचल का गेंदबाजी आक्रमण पूरी तरह बैकफुट पर चला गया।
दोहरे शतक से चूक गए वैभव
मिबोम मोसू, टीएनआर मोहित और तेची नेरी किसी के पास वैभव का जवाब नहीं था। इसके बाद वैभव ने 59 गेंदों में 150 रन (14 ७ 4, 13 ७ 6) पूरे किए। आखिरकार नेरी को वैभव का विकेट मिला, लेकिन तब तक बिहार के इस स्टार ने अपना काम कर दिया था। हालंकि वह दोहरे शतक से चूक गए।
आंकड़ों में टैलेंट
वैभव सूर्यवंशी का नाम पिछले कुछ समय से चर्चा में रहा है। कम उम्र, तेज उभार, आईपीएल की चमक और उससे जुड़े सवाल। अंडर-19 स्तर पर भी उनसे बड़ी उम्मीदें जोड़ी गईं, लेकिन अरुणाचल के खिलाफ यह पारी बताती है कि टैलेंट जब आंकड़ों में उतरता है, तो बहस अपने-आप शांत हो जाती है। यह पारी सिर्फ शॉट्स की नहीं, टेम्परामेंट की भी कहानी थी।
प्लेट ग्रुप, लेकिन संदेश मेन टेबल का
कागज पर यह प्लेट ग्रुप का मुकाबला था, पर असर उससे बड़ा। लिस्ट-ए क्रिकेट में ऐसी पारी सेलेक्टर्स और एनालिस्ट्स की नोटबुक में जगह बनाती है। 55 गेंदों में 148 रन- यह सिर्फ एक दिन का खेल नहीं, भविष्य की झलक है। बिहार बनाम अरुणाचल के इस मुकाबले में स्कोरबोर्ड ने जो लिखा, वह साफ है-वैभव सूर्यवंशी सिर्फ टॉकिंग पॉइंट नहीं, परफॉर्मिंग पॉइंट हैं।