By: Sandeep malviya
Jun 02, 20255:47 PM
न्यूयॉर्क । अमेरिका में एक भारतीय अमेरिकी छात्रा को फलस्तीनियों के समर्थन में भाषण देने पर प्रतिबंध का सामना करना पड़ा। मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) ने गाजा में युद्ध की निंदा करने वाला भाषण देने के बाद छात्रा मेघा वेमुरी को दीक्षांत समारोह (ग्रेजुएशन सेरेमनी) में शामिल होने से रोक दिया।एमआईटी की 2025 की कक्षा अध्यक्ष मेघा वेमुरी ने कहा कि भाषण के बाद विश्वविद्यालय के वरिष्ठ नेतृत्व ने उन्हें बताया कि उन्हें शुक्रवार के दीक्षांत समारोह में भाग लेने की अनुमति नहीं दी गई है। कार्यक्रम समाप्त होने तक उन्हें परिसर में आने से रोक दिया गया है। स्कूल के अधिकारियों ने भी इसकी पुष्टि की।
स्कूल के प्रवक्ता ने कहा कि एमआईटी स्वतंत्र अभिव्यक्ति का समर्थन करता है, लेकिन अपने निर्णय पर कायम है, जो उस व्यक्ति के जानबूझकर और बार-बार समारोह के आयोजकों को गुमराह करने और मंच से विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने के जवाब में लिया गया था। छात्रा को उसकी डिग्री मिल जाएगी। वेमुरी ने जो भाषण दिया उसमें वह अंश नहीं थे जो उसने समारोह से पहले कॉलेज को दिए थे।
गाउन पर फलस्तीन समर्थक चिह्न लगाकर दिया था भाषण
जॉर्जिया में पली-बढ़ी वेमुरी ने गुरुवार को कैम्ब्रिज विवि के मैसाचुसेट्स में वनएमआईटी के दीक्षांत समारोह में वक्ता के तौर पर भाषण दिया था। उन्होंने समारोह के गाउन के ऊपर फलस्तीन समर्थक चिह्न केफियेह लगाकर मंच पर प्रस्तुति दी थी। उन्होंने गाजा में युद्ध का विरोध करने के लिए अपने साथियों की प्रशंसा की तथा विश्वविद्यालय के इस्राइल के साथ संबंधों की आलोचना की थी। वेमुरी के पिता सरत ने बताया कि वह कम्प्यूटेशन एवं कॉग्निशन, भाषा विज्ञान में दोहरी डिग्री प्राप्त कर रही थी। अब उसे डिप्लोमा डाक से प्राप्त होगा।
परिवार ने दिया साथ
छात्रा मेघा वेमुरी ने कहा कि वह अपने परिवार के प्रति आभारी हैं, जिन्होंने उसका साथ दिया। वह मंच पर न चल पाने से निराश नहीं हैं। मैं ऐसी संस्था के मंच पर जाने की कोई आवश्यकता नहीं समझती जो इस नरसंहार में शामिल है। मैं इस बात से निराश हूं कि एमआईटी के अधिकारियों ने बिना किसी योग्यता या उचित प्रक्रिया के मुझे दंडित करने के लिए अपनी भूमिका का उल्लंघन किया। उन्होंने मुझे नीति के उल्लंघन का कोई संकेत भी नहीं दिया। उन्होंने कहा कि एमआईटी का मुक्त भाषण का समर्थन केवल एक पाखंड है।
सीएआईआर ने की निंदा
काउंसिल आन अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशंस (सीएआईआर) ने छात्रा वेमुरी को समारोह में शामिल होने से प्रतिबंधित करने के विवि के फैसले की निंदा की है। सीएआईआर-मैसाचुसेट्स की कार्यकारी निदेशक ताहिरा अमातुल-वदूद ने कहा कि एमआईटी को अकादमिक स्वतंत्रता और अपने छात्रों की आवाज का सम्मान करना चाहिए, न कि उन लोगों को दंडित और डराना चाहिए जो नरसंहार के खिलाफ और फलस्तीनी मानवता के समर्थन में बोलते हैं।
अमेरिका में लगातार हो रहा विरोध
गाजा में युद्ध के बाद से अमेरिका भर के कॉलेज में विरोध हो रहा है। ट्रंप प्रशासन की सख्ती को देखते हुए कॉलेज और विवि भी यहूदियों के विरोध पर कार्रवाई कर रहे हैं। न्यूयॉर्क विवि ने हाल ही में एक छात्र का डिप्लोमा रोका, जिसने स्नातक भाषण देते हुए गाजा में नरसंहार की निंदा की थी। हार्वर्ड, कोलंबिया और देश भर के अन्य विवि के कई छात्रों को भी अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है।