वादों पर घिरे, अंदरूनी कलह,राजनीतिक, सियासी दलों
By: Sandeep malviya
May 24, 2025just now
ढाका। बांग्लादेश में सियासी सरगर्मियों का दौर जारी है। दरअसल, देश में लगातार मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार को लेकर सवाल पूछे जा रहे हैं। खासकर उसकी तरफ से किए गए सुधार और देश में लोकतंत्र की नई इबारत लिखने के वादों पर। बीते 10 महीने में जिस तरह से बांग्लादेश में अर्थव्यवस्था से लेकर सुधारों की गति ठहरी है, उसके बाद न सिर्फ आम लोग, बल्कि यूनुस के करीबियों ने भी अपने सुर बदल लिए हैं। अब बांग्लादेश में ताजा तनाव मोहम्मद यूनुस के बयान से उपजा है। एक इंटरव्यू में यूनुस के करीबी रहे छात्र नेता नाहिद इस्लाम ने कहा है कि अंतरिम सरकार के प्रमुख अपना पद छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। कभी यूनुस के सलाहकार रहे छात्रों की पार्टी नेशनल सिटीजन पार्टी (एनसीपी) के संयोजक नाहिक के मुताबिक, यूनुस ने आशंका जताई कि देश की मौजूदा स्थिति में वे काम नहीं कर पाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक राजनीतिक दल सहमति नहीं बना लेते, मैं काम नहीं कर पाऊंगा। यूनुस के इस बयान को लगातार बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकर उज-जमां के बयानों से जोड़कर देखा जा रहा है, जिन्होंने कुछ दिनों पहले सैन्य अफसरों की एक बैठक के दौरान बांग्लादेश में जल्द चुनाव सुनिश्चित कराने की बात की थी। इतना ही नहीं उन्होंने रोहिंग्याओं के लिए म्यांमार के रखाइन से बांग्लादेश तक आने वाले कॉरिडोर तक के खिलाफ आवाज उठाई थी और इसे नामंजूर करार दिया था। उन्होंने अपनी तरफ से कभी भी यूनुस को हटाने की बात नहीं की, इसके बावजूद बांग्लादेशी मीडिया में ही वकर और मोहम्मद यूनुस के टकराव की खबरें चलने लगीं।