मंत्री विजय शाह ने 12 मई को इंदौर के महू के रायकुंडा गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तानियों ने हमारे देश के लोगों के कपड़े उतारे, लेकिन हमने उनकी समाज की बहन (कर्नल सोफिया कुरैशी) को भेजकर उनकी ऐसी तैसी करवा दी।
By: Star News
Jun 04, 202511:40 AM
-हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का खटखटाया दरवाजा
-खंडवा में रेप पीड़िता के परिवार की तस्वीर वायरल होने पर भी घिरे मंत्री
भोपाल। कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादित टिप्पणी को लेकर घिरे मंत्री विजय शाह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब एसआईटी भी पूछताछ की तैयारी में जुट गई है। इससे कायस लगाए जा रहे हैं कि मंत्रिमंडल से जल्द ही शाह की छुट्टी होगी। कहा यह भी जा रहा है कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने मप्र सत्ता-संगठन को फ्री हैंड दे दिया है। यह वजह है कि मंत्री लगातार कैबिनेट की बैठकों से भी गायब हैं। दरअसल, मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए गए विवादित बयान की जांच अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच रही है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गठित विशेष जांच टीम (एसआईटी) अब शाह को नोटिस देकर बयान दर्ज करेगी। जांच की वर्तमान स्टेटस रिपोर्ट में विजय शाह के कथनों को शामिल नहीं किया गया था, लेकिन अगली जांच प्रक्रिया के तहत टीम महू का दौरा फिर करेगी।
वर्मा ही संभालेंगे टीम की कमान
बयान से संबंधित वीडियो को अब भोपाल स्थित सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेट्री भेजा गया है, जहां उसकी प्रमाणिकता की जांच कराई जा रही है। इससे पहले वीडियो रीजनल फॉरेंसिक लैब में भेजा गया था, लेकिन वहां इसकी तकनीकी जांच संभव नहीं हो सकी थी। इस बीच एसआईटी के प्रमुख रहे प्रमोद वर्मा का तबादला सागर से जबलपुर किया गया है, लेकिन एसआईटी के नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं किया गया है। वर्मा टीम की कमान यथावत संभालते रहेंगे।
एक नजर में पूरा मामला
मंत्री विजय शाह ने 12 मई को इंदौर के महू के रायकुंडा गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तानियों ने हमारे देश के लोगों के कपड़े उतारे, लेकिन हमने उनकी समाज की बहन (कर्नल सोफिया कुरैशी) को भेजकर उनकी ऐसी तैसी करवा दी। शाह ने आगे कहा था कि आतंकियों ने कहा था मोदी को बताना कि उन्होंने हमारे हिंदुओं को मारा और उनके कपड़े उतारे। इसलिए मोदी जी ने उनकी बहन को हमारी सेना के जहाज में भेजा, ताकि वह उन्हें सबक सिखा सके।
जुलाई में होगी सुनवाई
हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ मंत्री ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने भी फटकार लगा दी और 19 मई को सुनवाई में एसआईटी गठित करने के निर्देश दिए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने आईजी सागर प्रमोद वर्मा, डीआईजी विशेष सशस्त्र बल कल्याण चक्रवर्ती और एसपी डिंडोरी वाहिनी सिंह की टीम बनाई। अब इस मामले की सुनवाई जुलाई के पहले हफ्ते में होगी।
फिर विवादों में शाह
इधर, मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के आदिवासी क्षेत्र खालवा में गैंगरेप और हत्या की दिल दहला देने वाली घटना के नौ दिन बाद मंत्री विजय शाह पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। हालांकि, उन्होंने मीडिया से किसी तरह की बातचीत नहीं की, लेकिन विवाद उस वक्त फिर से गहराया जब पीड़ित परिवार के साथ उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। इनमें पीड़िता के परिजनों के चेहरे साफ नजर आ रहे हैं, जिससे उनकी निजता भंग हुई है। इस पर अब मंत्री को चौतरफा आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। वहीं मप्र कांग्रेस के नेता इस मामले में मंत्री पर एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे हैं।