देशभर में बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सड़क से लेकर, घर, दुकान और कार्यालय सब पानी-पानी नजर आ रहे हैं। सड़कों पर फर्राटे मारने वाल वाहन रेंगते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं शासन-प्रशासन के तमाम दावे खोंखले साबित हो रहे हैं।
By: Arvind Mishra
Jul 23, 20253 hours ago
देशभर में बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सड़क से लेकर, घर, दुकान और कार्यालय सब पानी-पानी नजर आ रहे हैं। सड़कों पर फर्राटे मारने वाल वाहन रेंगते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं शासन-प्रशासन के तमाम दावे खोंखले साबित हो रहे हैं। दरअसल, दिल्ली और उससे सटे उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बुधवार सुबह से ही बारिश का दौर शुरू हो गया है। इसके चलते कई इलाकों में पानी भर गया। कई जगह ट्रैफिक जाम की स्थिति देखी गई। गाजियाबाद में रामनगर एलिवेटेड रोड पर गाड़ियों की लंबी कतारें नजर आईं। वहीं, मेरठ के भी कई इलाकों में जलभराव हुआ। उधर झारखंड में बिजली गिरने से चार महिलाओं और बिहार में तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं, दो महिलाएं झुलस गईं।
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में हुए भूस्खलन में दो लोगों की मौत हो गई। मंगलवार-बुधवार की रात बदोरा पहाड़ी क्षेत्र में भूस्खलन के समय दोनों तंबू में सो रहे थे। मौसम विभाग ने उधमपुर में अगले 72 घंटों तक रुक-रुककर भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान लगाया है।
मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में फैले बुंदेलखंड में जोरदार बारिश हो रही है। इससे यहां के 23 बांध फुल हो गए हैं। करीब 15 साल बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि सावन की बारिश में ही ये बांध ओवरफ्लो हो गए। हर साल पूरी बारिश निकल जाने के बाद सपरार एवं खपरार जैसे बांध सूखे ही पड़े रहते थे। उन बांधों के भी गेट इस बार खोलने पड़ गए।
वाराणसी में गंगा का जलस्तर घट रहा है। बुधवार को पानी घटने की रफ्तार 2 सेंटीमीटर प्रति घंटा हो गई। केंद्रीय जल आयोग आंकड़े के अनुसार, जलस्तर 69.24 मीटर दर्ज किया गया है। हालांकि, अभी भी वाराणसी के सभी 84 घाट पानी में डूबे हुए हैं। इसके अलावा वरुणा क्षेत्र के 30 हजार की आबादी वाले 8 इलाकों में पानी पहुंच गया है। 400 परिवारों को राहत कैंप में शिफ्ट किया गया है।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बुधवार सुबह धुंध की वजह से विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे गिर गई। वहीं, बिलासपुर में सतलुज नदी पर बने बांध से पानी छोड़े जाने से नदी का जलस्तर 4 से 5 मीटर बढ़ सकता है। इसके चलते हिमाचल और पंजाब में नदी किनारे के जिलों में लोगों को अलर्ट रहने और नदी के आसपास न जाने की सलाह दी गई है।
मध्य प्रदेश के 27 जिलों ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, शहडोल, उमरिया और अनूपपुर जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।