मध्यप्रदेश के धार जिले से स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान का आगाज 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया था। लेकिन राजधानी भोपाल में ही जिम्मेदारों की नाक के नीचे ही अभियान नाम मात्र का रह गया है।
By: Arvind Mishra
Sep 22, 2025just now
भोपाल। स्टार समाचार वेब
मध्यप्रदेश के धार जिले से स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान का आगाज 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया था। लेकिन राजधानी भोपाल में ही जिम्मेदारों की नाक के नीचे ही अभियान नाम मात्र का रह गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि जांच के लिए जनता तो अस्पताल पहुंच रही है, लेकिन डॉक्टर और जनप्रतिनिध नदाराद हैं। दरअसल, महिलाओं के स्वास्थ्य और परिवार को सशक्त बनाने के उद्देश्य से चल रहे स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के पांचवें दिन सोमवार को भोपाल के सरकारी केंद्रों में नेत्रहीनता नियंत्रण, वृद्धजन देखभाल, मुंह, दंत रोग और मानसिक स्वास्थ्य पर फोकस किया जाना था। लेकिन जब सरकारी हेल्थ सेंटरों पर लोग पहुंचे तो यहां डॉक्टर से लेकर स्टाफ तक गायब रहे।
कोलार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मानसिक समस्याओं से ग्रसित लोगों के लिए मन कक्ष बनाया गया है। यहां डॉक्टर मरीजों को परामर्श देते हैं। अभियान के पांचवें दिन भी सरकारी सेंटरों पर मेंटल हेल्थ पर फोकस किया जाना था। लेकिन सुबह साढ़े 11 बजे जब पीड़ित हेल्थ सेंटर पहुंचे तो कक्ष से जिम्मेदार गायब रहे।
शहर के 1100 क्वार्टर स्थित सीएम संजीवनी क्लिनिक में भी स्टाफ गायब रहा। दोपहर 12 बजे के क्लिनिक में नेत्र जांच कक्ष और कैंसर परामर्श कक्ष से स्टाफ नदारद था। जबकि सोमवार को इन दोनों प्रकार के रोगों पर नियमित से अधिक फोकस करने के आदेश सीएमएचओ कार्यालय से जारी किए गए थे।