खराब सोयाबीन फसल लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे; कई गांवों में जल सत्याग्रह जारी
By: Gulab rohit
Aug 26, 20253 hours ago
:सीहोर। सीहोर जिले में फसल बीमे की मांग को लेकर किसानों का आक्रोश फूटा। मंगलवार को बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली में खराब सोयाबीन की फसल लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे और धरना दिया। किसान नेता और समाजसेवी एम.एस. मेवाड़ा के नेतृत्व में सीहोर, आष्टा और इछावर तहसील के करीब 15 गांवों के किसानों ने भाग लिया।
जल सत्याग्रह से कलेक्ट्रेट तक आंदोलन
खामलिया, छापरीकलां, लसुड़ियाखास, छोटी मुंगावली, रामाखेड़ी, ढाबला, हीरापुर, चंदेरी, संग्रामपुर, बरखेड़ा खुसाल, डोबरा, नरेला, सेवानिया, पीपलनेर और बावड़िया गोसाई जैसे गांवों से किसान प्रदर्शन में शामिल हुए।
इनमें कई गांवों के किसान बीते सात दिनों से जल सत्याग्रह कर रहे हैं। लसुड़ियाखास के किसान पार्वती नदी, छोटी मुंगावली के किसान पार्वा नदी और छापरीकलां के किसान सीवन नदी में उतरकर अपना विरोध जता रहे हैं।
बीमा राशि में अनियमितता का आरोप
किसानों का आरोप है कि पिछले पांच वर्षों से वे फसल बीमा के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कुछ किसानों को मात्र ₹100 से ₹200 प्रति एकड़ के हिसाब से बीमा राशि दी गई, जो नुकसान की भरपाई के लिहाज से बेहद कम है।
हाल ही में केंद्रीय कृषि मंत्री द्वारा राजस्थान के झुंझुनु से फसल बीमा की राशि जारी की गई, लेकिन सीहोर जिले के अधिकांश किसानों को अब तक कोई भुगतान नहीं मिला है। इससे किसानों में गहरी नाराजगी है।
बीमा कंपनी के खिलाफ नारेबाजी, ज्ञापन सौंपा
किसानों ने बीमा कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और धरने पर बैठ गए। कलेक्टर कार्यालय के बाहर हुई इस शांतिपूर्ण सभा के दौरान किसानों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा और शीघ्र बीमा राशि दिलाने की मांग की।
बड़े आंदोलन की चेतावनी
किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। किसान संगठनों ने सरकार से फसल बीमा योजना में पारदर्शिता लाने और जिम्मेदार कंपनियों पर कार्रवाई की मांग की है।