इस्राइल ने गाजा में हमले तेज कर दिए हैं जिनमें कम से कम 16 फलस्तीनी मारे गए। हमले स्कूल, शरणार्थी शिविर और पानी की टंकी के पास हुए। इस बीच पूरी दुनिया अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शांति योजना पर हमास के जवाब का इंतजार कर रही है।
By: Sandeep malviya
Oct 01, 202522 hours ago
गाजा पट्टी। गाजा पट्टी पर इस्राइल के हवाई हमले लगातार जारी हैं। बुधवार को कम से कम 16 फलस्तीनी नागरिकों की मौत की पुष्टि हुई है। यह हमले ऐसे समय हो रहे हैं जब पूरी दुनिया अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शांति योजना पर हमास की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रही है।
मृतकों में वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने गाजा सिटी के अल-फलाह स्कूल में शरण ली थी। अधिकारियों के मुताबिक स्कूल पर दो बार हमला हुआ। अस्पतालों ने बताया कि हमलों में राहतकर्मी भी मारे गए। सुबह एक और हमले में पांच लोगों की मौत तब हुई जब वे पीने के पानी की टंकी के पास खड़े थे।
शरणार्थी शिविर और पत्रकार पर हमला
गाजा सिटी के शिफा अस्पताल ने एक व्यक्ति के शव को लिया, जिसकी मौत अपार्टमेंट पर हमले में हुई। नुसेरात शरणार्थी शिविर में एक दंपति की मौत हुई, जबकि बुरेज शिविर में एक व्यक्ति मारा गया। मंगलवार को तुर्की चैनल टीआरटी के पत्रकार यहया बरजाक भी एक हमले में मारे गए।
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि अब तक इस्राइली अभियान में 66,000 से अधिक फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है और करीब 1.70 लाख लोग घायल हुए हैं। मृतकों में महिलाओं और बच्चों की संख्या लगभग आधी है। हालांकि मंत्रालय नागरिक और आतंकी में अंतर नहीं करता।
ट्रंप की शांति योजना पर चर्चा
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने हाल ही में एक 20 सूत्रीय शांति योजना पेश की है। इसमें हमास से बंधकों की रिहाई, गाजा छोड़ने और हथियार डालने की शर्त रखी गई है। बदले में फलस्तीनी कैदियों की रिहाई और पुनर्निर्माण का वादा किया गया है। योजना को अंतरराष्ट्रीय समर्थन मिला है, लेकिन इसमें फलस्तीनी राज्य का रास्ता शामिल नहीं है।
अरब देशों और हमास की प्रतिक्रिया
कतर ने कहा कि योजना पर और बातचीत की जरूरत है। हमास ने कहा कि वह इस पर अन्य गुटों के साथ मिलकर विचार करेगा। वहीं, वेस्ट बैंक की फलस्तीनी सरकार, मिस्र, जॉर्डन, तुर्की, सऊदी अरब, कतर और संयुक्त अरब अमीरात ने इस योजना का स्वागत किया है।
गाजा के हालात और नौका प्रयास
इस्राइली सेना ने बुधवार से केवल दक्षिण की ओर पलायन की अनुमति दी है। इससे गाजा सिटी में रह रहे लोगों पर और दबाव बढ़ा है। इधर, कार्यकतार्ओं का एक बड़ा काफिला "ग्लोबल सुमूद फ्लोटिला" गाजा की ओर रवाना हुआ है, जिसमें 50 जहाज शामिल हैं। इस्राइल ने पहले भी ऐसे प्रयासों को रोक दिया था और इस बार भी रोकने की आशंका जताई जा रही है।