अमेरिका में स्थिर मुद्रास्फीति के आंकड़ों से वैश्विक बाजारों में तेजी के बीच बुधवार को शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी दर्ज की गई। इसके अलावा जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति के आठ साल के निचले स्तर 1.55 फीसदी पर आने से भी घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख देखने को मिला।
By: Arvind Mishra
Aug 13, 202510:57 AM
अमेरिका में स्थिर मुद्रास्फीति के आंकड़ों से वैश्विक बाजारों में तेजी के बीच बुधवार को शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी दर्ज की गई। इसके अलावा जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति के आठ साल के निचले स्तर 1.55 फीसदी पर आने से भी घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख देखने को मिला। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स शुरूआती कारोबार में छलांग लगाता दिखाद्ध ऐसे ही 50 शेयरों वाले एनएसई निफ्टी ने भी उछाल देखी गई। दरअसल, वैश्विक बाजारों से मिले मजबूत संकेतों के चलते भारतीय शेयर बाजार की आज मजबूत शुरुआत हुई। बीएसई सेंसेक्स 289 अंक या 0.36 परसेंट उछलकर 80,525 पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी 50 99 अंक या 0.41 परसेंट की बढ़त के साथ 24,587 पर ट्रेड करता नजर आया। इस दौरान निफ्टी मिडकैप इंडेक्स भी 0.67 परसेंट और स्मॉलकैप इंडेक्स 0.51 परसेंट तक बढ़ा।
इनके अलावा, बाकी अधिकतर दूसरे इंडेक्स में मिले-जुले रूख के साथ कारोबार हो रहा है, जो 0.10 से 0.40 परसेंट के दायरे में हैं। निफ्टी में अपोलो हॉस्पिटल्स के शेयरों ने सबसे ज्यादा बढ़त हासिल की। इसके शेयर में लगभग 5 परसेंट तक का उछाल आया। इसके बाद हिंडाल्को और टाटा मोटर्स का स्थान रहा।
पिछड़ने वाले शेयरों में मारूति सुजुकी शामिल रही। इसके शेयरों में 0.51 परसेंट की गिरावट दर्ज की गई। इसके बाद टेक महिंद्रा और एक्सिस बैंक के शेयरों में भी गिरावट दर्ज की गई। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कड़े टैरिफ और अमेरिका-भारत के बीच तनावपूर्ण संबंधों ने बाजार की धारणा को प्रभावित किया है। नतीजतन, शॉर्ट स्टॉक्स का ढेर लग गया है, जिससे बाजार में गिरावट आई है।
इस दौरान निवेशकों की नजर कॉपोर्रेट आय के नतीजों पर भी है। मंगलवार को भारत में रिटेल महंगाई के आंकड़े जारी किए गए। खाने-पीने की चीजों की कम हुई कीमतों की वजह से जुलाई में रिटेल महंगाई घटकर आठ साल के निचले स्तर 1.55 पर आ गई। यह 2022 की शुरुआत में रूस-यूक्रेन के बीच जंग शुरू होने के बाद खाद्य तेल की कीमतों में आई तेजी के बावजूद हुई। गांवों में रिटेल महंगाई 1.18 फीसदी बढ़ीं, जबकि शहरी मुद्रास्फीति 2.05 प्रतिशत रही।
बुधवार को भारतीय शेयर बाजारों को वैश्विक बाजारों से समर्थन मिला। चीन का सीएसआई 300 0.37 परसेंट, हांगकांग का हैंग सेंग 0.94 परसेंट, जापान का निक्केई 1.3 प्रतिशत और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.38 फीसदी बढ़ा। जुलाई के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के अनुमान से कम आने के बाद अमेरिका में वॉल स्ट्रीट रातोंरात बढ़त के साथ बंद हुआ, जिससे टैरिफ के चलते महंगाई बढ़ने की आशंका कम हो गई।