रविवार अलसुबह से राजधानी भोपाल सहित इंदौर, उज्जैन और जबलपुर में बारिश का दौर शुरू हो गया है। कहीं रिमझिम तो कहीं तेज बारिश हो रही है। ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग सहित अन्य जिले भी भीग गए। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के 30 से ज्यादा जिलों में झमाझम बारिश हो रही।
By: Arvind Mishra
Jun 22, 202512:47 PM
भोपाल। स्टार समाचार बेव
रविवार अलसुबह से राजधानी भोपाल सहित इंदौर, उज्जैन और जबलपुर में बारिश का दौर शुरू हो गया है। कहीं रिमझिम तो कहीं तेज बारिश हो रही है। ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग सहित अन्य जिले भी भीग गए। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के 30 से ज्यादा जिलों में झमाझम बारिश हो रही। दरअसल, मानसूनी बारिश से पूरा मध्यप्रदेश तरबतर हो गया है। भोपाल में सुबह कई इलाकों में बारिश हुई। घने बादल छाए हुए हैं। ग्वालियर और नर्मदापुरम में भी बारिश का दौर जारी है। ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग के 17 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इंदौर, उज्जैन-जबलपुर में भी बारिश हो रही है। इधर, पिछले 24 घंटे के दौरान टीकमगढ़ में सबसे ज्यादा 8.6 इंच पानी गिर गया। वहीं, जबलपुर में 1 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग के अनुसार, 24 घंटे के अंदर 8 इंच तक पानी गिर सकता है। भिंड, दतिया, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, सतना, रीवा, मऊगंज में भारी बारिश का अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में आंधी और बारिश का दौर जारी रहेगा।
ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी और पन्ना में आॅरेंज अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही भिंड, दतिया, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, सतना, रीवा और मऊगंज में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
वर्तमान में प्रदेश पर एक कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय है। साथ ही पश्चिमी क्षेत्र से एक टर्फ लाइन गुजर रही है। इसके अलावा साइक्लोनिक सकुर्लेशन और अन्य मौसमी सिस्टम भी सक्रिय हैं, जिससे प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हो रही है।
पालकी हॉल टनल की छत से गिरी पीओपी
इधर, उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में पालकी हॉल से एम्बुलेंस गेट तक निर्मित टनल परिसर की छत का पीओपी रविवार को अचानक गिर गया। जब यह दुर्घटना हुई, तब दर्शनार्थियों को इसी टनल से बाहर निकाला जा रहा था। हालांकि दुर्घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। कुछ दिन से टनल परिसर की छत से पानी का रिसाव हो रहा था, जिससे पीओपी ने छत छोड़ दी। मंदिर विस्तारीकरण योजना के तहत आपातकालीन स्थिति में एम्बुलेंस के प्रवेश के लिए इस टनल का निर्माण किया है। रविवार को अधिक भीड़ होने के कारण दर्शनार्थियों को इसी टनल से बाहर निकाला जा रहा था। टनल की छत के कई स्थानों पर बूंद-बूंद पानी का रिसाव देखा गया, जिससे छत में लगी पीओपी उखड़कर गिर रही है।