हिंदुत्व भारत की मिट्टी और पानी में गहराई से समाया हुआ है, क्योंकि यह एक ऐसी जीवन शैली है जो सार्वभौमिक प्रेम और अहिंसा में विश्वास करती है। हिंदुत्व में व्याप्त अहिंसा का अर्थ कमजोरी नहीं है। यह बात केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक साक्षात्कार के दौरान कही।
By: Arvind Mishra
भोपाल। स्टार समाचार वेब
हिंदुत्व भारत की मिट्टी और पानी में गहराई से समाया हुआ है, क्योंकि यह एक ऐसी जीवन शैली है जो सार्वभौमिक प्रेम और अहिंसा में विश्वास करती है। हिंदुत्व में व्याप्त अहिंसा का अर्थ कमजोरी नहीं है। यह बात केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक साक्षात्कार के दौरान कही। शिवराज ने कहा कि हिंदुत्व भारत की मिट्टी और पानी में बसा है। यह जीवन जीने का एक तरीका है। यह सभी से प्यार और अहिंसा में विश्वास रखता है। शिवराज ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के हिंदी चीनी भाई-भाई नारे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हिंदुत्व में अहिंसा का मतलब कमजोरी नहीं है। अगर कोई भारत पर उंगली उठाएगा तो उसे छोड़ा नहीं जाएगा। भारत को मजबूत और आत्मनिर्भर बनना होगा ताकि वह दुनिया को अहिंसा का पाठ पढ़ा सके। शिवराज ने हिंदुत्व को सर्वधर्म समभाव का प्रतीक बताया। उनके अनुसार, भारत की संस्कृति में सभी धर्मों का सम्मान और सभी से प्रेम करना शामिल है, लेकिन देश के खिलाफ साजिश करने वालों के प्रति कोई नरमी नहीं बरती जा सकती।
शिवराज ने कहा, हम अहिंसा में विश्वास करते हैं, लेकिन यह ताकत के साथ ही संभव है। उन्होंने 1962 के भारत-चीन युद्ध के संदर्भ में कहा कि अगर हम सिर्फ हिंदी चीनी भाई भाई कहते रहें और चीन आकर हमारी जमीन पर कब्जा कर ले तो इसे कमजोरी कहा जाएगा। यह टिप्पणी पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के दौर में प्रचलित नारे पर थी, जिसमें भारत और चीन के संबंधों में भाईचारे की बात कही जाती थी, लेकिन बाद में चीन ने भारत पर हमला कर दिया।
केंद्रीय मंत्री शिवराज ने प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए कहा-पीएम मोदी ने रास्ता दिखाया है कि अगर कोई भारत पर उंगली उठाएगा, तो हम उसे नहीं छोड़ेंगे। सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक, आॅपरेशन सिंदूर - इन कार्यों के बिना, भारत का अस्तित्व ही नहीं रहेगा। शिवराज ने कहा-हिंदुत्व सभी के लिए खुशी चाहता है। यह पीएम मोदी के सबका साथ, सबका विकास नारे में दिखता है। लेकिन, हिंदुत्व उन लोगों के लिए अच्छा नहीं चाहता जो देश को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।