संयुक्त राष्ट्र महासभा में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भाषण दिया। उन्होंने यहां एक बार फिर भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम कराने का श्रेय लिया। साथ ही संयुक्त राष्ट्र की आलोचना की।
By: Sandeep malviya
Sep 23, 2025just now
न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र महासभा में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भाषण दिया। उन्होंने यहां एक बार फिर भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम कराने का श्रेय लिया। साथ ही संयुक्त राष्ट्र की आलोचना की। उन्होंने रूसी तेल खरीदने पर भारत-चीन पर बड़ा आरोप लगाया।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भाषण दिया। यहां ट्रंप ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम कराने का श्रेय लिया। साथ ही रूस से तेल खरीदने को लेकर भारत और चीन पर बड़ा आरोप लगाया। इसके अलावा उन्होंने टैरिफ, परमाणु हथियार, अवैध अप्रवासन समेत कई मुद्दों पर बात की। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि चीन और भारत रूसी तेल खरीद कर यूक्रेन में चल रहे रूसी युद्ध की फंडिंग कर रहे हैं। चीन और भारत रूसी तेल खरीद कर इस युद्ध को वित्तपोषित करने वाले मुख्य देश हैं।
नाटो देशों की आलोचना की, रूस को दी धमकी
ट्रंप ने कहा कि नाटो देशों ने भी रूसी ऊर्जा और रूसी ऊर्जा उत्पादों पर ज्यादा रोक नहीं लगाई है। मुझे लगभग दो सप्ताह पहले यह पता चला और मैं इससे खुश नहीं था। वे अपने ही खिलाफ युद्ध की फंडिंग कर रहे हैं। किसने इसके बारे में सुना है? अगर रूस युद्ध समाप्त करने के लिए कोई समझौता करने को तैयार नहीं होता तो अमेरिका उस पर कड़े टैरिफ लगाने के लिए पूरी तरह तैयार है। मेरा मानना है कि इससे रक्तपात बहुत जल्दी रुक जाएगा। इन टैरिफ्स के प्रभावी होने के लिए यूरोपीय देशों को हमारे साथ मिलकर ठीक यही उपाय अपनाने होंगे।
भारत-पाकिस्तान युद्ध विराम का फिर लिया श्रेय
ट्रंप ने कहा कि मैंने अपने सात महीने के प्रशासन में सात देशों में चल रहे अकल्पनीय युद्ध को समाप्त कराया। इनमें कंबोडिया-थाईलैंड, कोसोवो-सर्बिया, कांगो-रवांडा, भारत-पाकिस्तान, इस्राइल-ईरान, मिस्र और इथोपिया और आर्मेनिया-अजरबैजान शामिल हैं। यह बहुत बुरा है कि ये काम संयुक्त राष्ट्र के बजाय मुझे करने पड़े। दुख की बात है कि इन सभी मामलों में संयुक्त राष्ट्र ने इनमें से किसी में भी मदद करने की कोशिश नहीं की।