जापान अगले दस वर्षों में भारत में 68 अरब डॉलर के निजी निवेश का लक्ष्य तय करने पर विचार कर रहा है, जिसकी घोषणा पीएम मोदी की प्रस्तावित जापान यात्रा के दौरान हो सकती है। यह निवेश सेमीकंडक्टर्स, एआई, स्वच्छ ऊर्जा और जरूरी खनिज जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रस्तावित है।
By: Sandeep malviya
Aug 21, 20251 hour ago
क्योटो। जापान दस वर्षों के लिए भारत में 10 ट्रिलियन येन (करीब 68 अरब डॉलर) के निजी निवेश का लक्ष्य तय करने पर विचार कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महीने के अंत में प्रस्तावित जापान यात्रा के दौरान इसका एलान किया जा सकता है। जापान के क्योडो न्यूज ने सरकार के सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह नया लक्ष्य 2022 में घोषित पांच वर्षों में पांच ट्रिलियन येन के निवेश लक्ष्य का विस्तार होगा। यह घोषणा ऐसे समय की जा सकती है, जब भारत और जापान स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं, खासकर चीन के बढ़ते प्रभाव के बीच।
29 अगस्त से शुरू होगी पीएम मोदी की जापान यात्रा
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, यह निवेश लक्ष्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिगेरु इशिबा के बीच होने वाली शिखर वार्ता के बाद किए जाने वाले साझा दस्तावेज में शामिल किया जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी की प्रस्तावित तीन दिवसीय जापान यात्रा 29 अगस्त को शुरू होगी। मई 2023के बाद यह उनकी पहली जापान यात्रा होगी। तब वह हिरोशिमा में जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए थे।
आर्थिक सुरक्षा के लिए नया ढांचा तैयार कर रहे दोनों देश
मार्च 2022 में जब जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा भारत आए थे, तब जापान सरकार ने भारत में पांच वर्षों में पांच ट्रिलियन येन के सार्वजनिक और निजी निवेश की घोषणा की थी। अब दोनों देशों की सरकारें आर्थिक सुरक्षा से जुड़े क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए एक नया ढांचा तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं। इसमें सेमीकंडक्टर्स, आवश्यक खनिज, संचार, स्वच्छ उर्जा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और दवाइयों जैसे क्षेत्रों में प्राथमिकता दी जाएगी।
'एआई सहयोग पहल' का हो सकता है एलान
दोनों देश आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इससे जुड़े स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए एक नई 'एआई सहयोग पहल' की भी घोषणा कर सकते हैं। एक सूत्र ने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि जिन क्षेत्रों में भारतीय कंपनियों की विशेषज्ञता है, वहां जापानी कंपनियों के साथ सहयोग जापान की अर्थव्यवस्था की वृद्धि में योगदान देगा। इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी जापान के मियागी प्रांता के सेंदाई शहर में एक हाई-स्पीड शिंकानसेन बुलेट ट्रेन कार के परीक्षण स्थल का दौरा कर सकते हैं और एक प्रमुख चिप-निमार्ता जापानी कंपनी का भी दौरा करेंगे।