बॉलीवुड ग्लैमर और शोहरत का पर्याय रहीं ममता कुलकर्णी अक्सर विवादों में रही हैं। कई घोटाले और अफवाहें उनकी पहचान रही हैं। अब ममता कुलकर्णी के बयान से नया बवाल खड़ा हो गया है। दरअसल, ममता कुलकर्णी हाल ही में छठ के मौके पर गोरखपुर पहुंची थीं।
By: Arvind Mishra
Oct 30, 20252:08 PM
गोरखपुर। स्टार समाचार वेब
90 के दशक में बॉलीवुड ग्लैमर और शोहरत का पर्याय रहीं ममता कुलकर्णी अक्सर विवादों में रही हैं। कई घोटाले और अफवाहें उनकी पहचान रही हैं। अब ममता कुलकर्णी के बयान से नया बवाल खड़ा हो गया है। दरअसल, ममता कुलकर्णी हाल ही में छठ के मौके पर गोरखपुर पहुंची थीं। यहां उनके साथ किन्नर अखाड़े की पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर प्रो. डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के साथ पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात की। इस बीच उन्होंने कई सालों के बाद अंडरवर्ल्ड के बहुत बड़े डॉन का नाम भी लिया और उन्होंने कहा कि दाऊद इब्राहिम कोई आतंकवादी नहीं है। ममता ने दाऊद को लेकर आगे दावा किया कि उसका नाम बम ब्लास्ट जैसी किसी भी घटना में कभी नहीं आया है। मीडिया और कुछ राजनीतिक ताकतों ने एक साजिश के तहत उसे बदनाम किया है। ममता ने कहा कि किसी को आरोपी होने के लिए उस पर आरोप साबित होना चाहिए। प्रचार करने से कोई भी अपराध नहीं हो जाता है।
ममता कुलकर्णी ने कहा- दाऊद से मेरा दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं है। किसी एक का नाम जरूर था। लेकिन आप देखिए उसने कोई बॉम ब्लास्ट नहीं किया। एंटी नेशनल चीज नहीं की थी देश में। जिसके साथ मेरा नाम जुड़ा है, उसने कभी बॉम ब्लास्ट नहीं किया। मैं दाऊद से कभी जीवन में नहीं मिली हूं। ममता कुलकर्णी ने दाऊद से अपने रिश्ते के बारे में बात करते हुए कहा कि उनका उससे दूर -दूर तक कोई लेना-देना नहीं था।
ममता कुलकर्णी के दावे के बाद किन्नर अखाड़ा फिर विवादों में आ गया। अखाड़े के संस्थापक का एक पत्र वायरल हो रहा है, जिसमें ममता के पुराने विवादित मामलों का जिक्र किया गया है। विवाद बढ़ने पर महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को पद से हटा दिया गया है। संस्थापक ने आरोप लगाया कि ममता देशद्रोह के मामलों में लिप्त रही हैं और कहा कि यह धर्म की परंपरा का उल्लंघन है।
ममता कुलकर्णी ने एक्टिंग से संन्यास ले लिया था। वह आखिरी बार साल 2002 में आई फिल्म कभी तुम कभी हम में नजर आई थीं। इसके बाद उन्होंने एक्टिंग से दूरियां बना ली थी। वह भारतीय सिनेमा का लोकप्रिय चेहरा रहीं। फिर 25 साल के बाद वह 2025 में भारत लौट आई थीं और यहां आकर उन्होंने अपना संन्यासी जीवन शुरू किया। अभिनेत्री ने किन्नर अखाड़ा ज्वॉइन कर लिया। ममता कुलकर्णी ने 2025 के महाकुंभ में सन्यास की दीक्षा ली और अब वे महामंडलेश्वर के रूप में आध्यात्मिक और धार्मिक कार्यों के लिए समर्पित हैं। उन्हें किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर बनाया गया है और उनका नया नाम यामिनी ममता नंदगिरी रखा गया है।