उज्जैन के महाकाल मंदिर गर्भगृह में BJP विधायक गोलू शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष का जबरन प्रवेश, कर्मचारी को धमकाने का आरोप। सावन में आम भक्तों को 200 फीट से दर्शन, पर वीवीआईपी नियमों को तोड़ रहे। लाइव प्रसारण में भी दिखा ब्लैंक।
By: Ajay Tiwari
Jul 21, 202520 hours ago
उज्जैन. स्टार समाचार वेब
सरकार पापा की है तो डर किस बात का। उज्जैन के महाकाल के दरबार में भी नियम मानना जरूरी नहीं। ऐसा ही लगता है। इंदौर-1 से भाजपा विधायक गोलू शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष शुक्ला के सामने आए मामले से। रुद्राक्ष पर आरोप है कि वह भस्म आरती के दौरान मंदिर के गर्भगृह में जबरन घुस गया। मंदिर कर्मियों को भी धमकाया। कहा जा रहा है, जिस समय यह हुआ उस समय विधायक गोलू शुक्ला भी वहीं मौजूद थे।
यह घटना सोमवार तड़के तब हुई, जब भस्म आरती के पट खुलने के बाद विधायक गोलू शुक्ला अपनी कांवड़ यात्रा के साथ समर्थकों सहित महाकाल मंदिर पहुंचे थे। उनके साथ उनका बेटा रुद्राक्ष भी था। मंदिर प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति केवल विधायक गोलू शुक्ला को दी गई थी, अन्य किसी को नहीं। बावजूद इसके रुद्राक्ष गर्भगृह में प्रवेश कर गया। पिता-पुत्र ने लगभग 5 मिनट तक मंदिर में पूजा-अर्चना की।
रुद्राक्ष के पिता और भाजपा विधायक गोलू शुक्ला ने आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि उनके पास परमिशन थी और वे बिना अनुमति कोई काम नहीं करते। उन्होंने दावा किया कि मंदिर प्रशासक और कलेक्टर ने 5 लोगों के प्रवेश का परमिट दिया था। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि दर्शन के दौरान एक कर्मचारी से हल्की-फुल्की कहासुनी हुई थी, जब उसने रोकने की कोशिश की थी।
इस घटना से जुड़े एक अन्य पहलू में, महाकाल मंदिर के लाइव दर्शन का इंतजाम भी सवालों के घेरे में आ गया है। सावन के दूसरे सोमवार को भस्म आरती से ठीक पहले, ऑनलाइन दर्शन की यूट्यूब लिंक में करीब 1 मिनट का ब्लैंक देखा गया, जिससे सवाल उठ रहे हैं।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब सावन के महीने में आम श्रद्धालु लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबी लाइन में लगने के बाद भी केवल 200 फीट दूर से भगवान के दर्शन कर पा रहे हैं। वहीं, वीवीआईपी नियमों को ताक पर रखकर गर्भगृह में प्रवेश कर रहे हैं, जहां सामान्य भक्तों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित है।
महाकाल मंदिर के गर्भगृह में श्रद्धालुओं का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित है। यहां केवल पुजारी ही जा सकते हैं। वीआईपी भक्तों को भी नंदी हॉल से ही दर्शन करने की अनुमति है। यह प्रतिबंध भगवान महाकाल की प्रतिमा की सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण को देखते हुए लगाया गया था।
यह पहला मामला नहीं है जब विधायक के बेटे पर ऐसे आरोप लगे हैं। लगभग चार साल पहले भी रुद्राक्ष शुक्ला का नाम ऐसे ही एक विवाद में सामने आया था, जब उसने महाकाल मंदिर के गर्भगृह में जाकर दर्शन किए थे, फोटो खिंचवाकर फेसबुक पर अपलोड की थी। उस समय भी वह अपने दोस्तों के साथ दर्शन करने पहुंचा था।