रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) बुधवार को अपनी द्विमासिक नीति पर विचार-विमर्श शुरू करेगी। मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा छह जून को की जाएगी। अंतरबैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में, रुपया 85.55 पर खुला और कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले 85.44 के उच्च और 85.60 के निचले स्तर के बीच रहा।
By: Prafull tiwari
Jun 03, 20256:18 PM
मुंबई। अंतरराष्ट्रीय विदेशी मुद्रा बाजार में मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 21 पैसे टूटकर 85.60 (अस्थायी) पर बंद हुआ। अमेरिकी मुद्रा में मजबूती और विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी से रुपये की विनिमय दर पर असर पड़ा। विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, वैश्विक स्तर पर अनिश्चितताओं के बीच नकारात्मक घरेलू शेयर बाजारों को देखते हुए रुपये पर दबाव रहा। निवेशक रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति घोषणाओं का इंतजार कर रहे हैं।
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) बुधवार को अपनी द्विमासिक नीति पर विचार-विमर्श शुरू करेगी। मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा छह जून को की जाएगी। अंतरबैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में, रुपया 85.55 पर खुला और कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले 85.44 के उच्च और 85.60 के निचले स्तर के बीच रहा। कारोबार के अंत में डॉलर के मुकाबले रुपया 85.60 (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से 21 पैसे की गिरावट है। सोमवार को रुपया 16 पैसे बढ़कर 85.39 पर बंद हुआ था।
विशेषज्ञ अनुज चौधरी ने कहा कि कमजोर घरेलू शेयर बाजार और एफआईआई की पूंजी निकासी के कारण डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर हुआ। चौधरी ने कहा, अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव और यूक्रेन और रूस के बीच नए सिरे से भू-राजनीतिक तनाव भी घरेलू मुद्रा पर दबाव डाल सकते हैं। कारोबारी अमेरिका में नौकरी के अवसरों और कारखाना आॅर्डर के आंकड़ों से संकेत ले सकते हैं। उन्होंने कहा, डॉलर-रुपया हाजिर मूल्य 85.20 से 85.90 के बीच रहने की उम्मीद है। इस बीच, विश्व की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.25 प्रतिशत बढ़कर 98.95 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.12 प्रतिशत गिरकर 64.55 डॉलर प्रति बैरल रहा। घरेलू शेयर बाजार में, 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 636.24 अंक गिरकर 80,737.51 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 174.10 अंक की गिरावट के साथ 24,542.50 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने सोमवार को शुद्ध आधार पर 2,589.47 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।