रूस और यूक्रेन दोनों ही एक-दूसरे की ऊर्जा संरचना पर निशाना साध रहे हैं, जिससे सर्दी की शुरूआत से पहले ही आम जनता पर संकट गहराता जा रहा है। यह संघर्ष अब सिर्फ सीमाओं पर नहीं, बल्कि बिजली, तेल और जीवन की बुनियादी सुविधाओं पर भी लड़ाई में बदल गया है।
By: Sandeep malviya
Nov 02, 202510:28 PM
कीव। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध ने एक बार फिर तबाही मचा दी है। रविवार को यूक्रेन के दक्षिण-पश्चिमी ओडेसा क्षेत्र में रूसी ड्रोन हमले में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल हुए हैं। यह हमला तड़के हुआ, जब रूसी ड्रोन ने काला सागर तट पर स्थित एक कार पार्क को निशाना बनाया। यूक्रेन की राज्य आपात सेवा ने बताया कि मौके पर भारी नुकसान हुआ और कई वाहनों में आग लग गई। वहीं ओडेसा के गवर्नर ओलेह किपर ने कहा कि घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और राहत कार्य जारी है।
60 हजार लोग अंधेरे में, बिजली ढांचा निशाने पर
यूक्रेन के अनुसार, रूस ने ओडेसा के अलावा जापोरिजझिया क्षेत्र में भी रातभर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिससे करीब 60,000 लोग बिजली से वंचित हो गए। क्षेत्रीय गवर्नर इवान फेदोरोव ने बताया कि दो लोग घायल हुए हैं और कई इमारतें पूरी तरह ढह गई हैं। उन्होंने टेलीग्राम पर हमले के बाद की तस्वीरें साझा कीं, जिनमें इमारतें मलबे में तब्दील दिख रही हैं।
यूक्रेन में सर्दी से पहले तेज हुए रूसी हमले
यूक्रेन की राष्ट्रीय ऊर्जा कंपनी उक्रएनेर्गो के मुताबिक, देश के कई हिस्सों में घूम-घूमकर बिजली कटौती की जा रही है, ताकि बिजली आपूर्ति को संतुलित रखा जा सके। जैसे-जैसे सर्दी नजदीक आ रही है, रूस की ये हमले यूक्रेन की ऊर्जा व्यवस्था और जनता के मनोबल को तोड़ने की कोशिश माने जा रहे हैं। बिजली बंद होने से पानी, सीवेज और हीटिंग सिस्टम भी ठप हो जाते हैं, जिससे लाखों लोग मुश्किल में हैं।
दूसरी ओर, यूक्रेन ने रूस के तुआप्से बंदरगाह (काला सागर तट पर) पर ड्रोन हमला किया, जिससे वहां एक तेल टैंकर और बंदरगाह की संरचना में आग लग गई। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में बंदरगाह पर कई जगहों पर आग की लपटें और धुआं उठता दिखा। हालांकि, इन वीडियो की पुष्टि नहीं हो सकी है। एक यूक्रेनी खुफिया अधिकारी ने बताया कि यह हमला यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (एसबीयू) और अन्य रक्षा बलों की स्पेशल आॅपरेशन टीम ने किया। हमले में पांच ड्रोन का इस्तेमाल हुआ और उन्होंने टैंकर, लोडिंग टर्मिनल और अन्य भवनों को निशाना बनाया। रूसी अधिकारियों के अनुसार, हमले में दो विदेशी व्यापारी जहाज भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।
रूस की तेल व्यवस्था पर असर
तुआप्से रूस की राज्य तेल कंपनी 'रॉसनेफ्ट' का एक प्रमुख तेल निर्यात केंद्र है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने हाल ही में कहा था कि रूस के अंदर किए गए ऐसे लंबी दूरी के हमलों से उसकी तेल रिफाइनिंग क्षमता में 20% की गिरावट आई है। तेल और गैस निर्यात रूस की अर्थव्यवस्था और युद्ध खर्च का बड़ा स्रोत हैं। इसी के साथ, अमेरिका और यूरोपीय संघ ने भी रूस पर नई आर्थिक पाबंदियां लगाई हैं, ताकि उसकी तेल-गैस से होने वाली कमाई को और घटाया जा सके।