रूस ने यूक्रेन की ऊर्जा संरचना पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया, जिसमें 381 ड्रोन और 35 मिसाइलों से नाफ्तोगाज की गैस सुविधाओं को निशाना बनाया गया। यूक्रेन ने इसे नागरिकों पर सीधा हमला बताया और कहा कि रूस सर्दियों से पहले लोगों को गैस और गर्माहट से वंचित करना चाहता है।
By: Sandeep malviya
Oct 03, 2025just now
कीव। रूस ने यूक्रेन की ऊर्जा ढांचे को निशाना बनाते हुए अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। इस हमले में खास तौर पर यूक्रेन की सरकारी गैस कंपनी नाफ्तोगाज की गैस निकासी और प्रसंस्करण सुविधाओं को निशाना बनाया गया। अधिकारियों का कहना है कि यह हमला सीधे नागरिकों की जिंदगी पर असर डालने के लिए किया गया है ताकि सर्दियों में उन्हें गैस और गर्माहट से वंचित किया जा सके।
यूक्रेन की वायुसेना के अनुसार, रूस ने 381 ड्रोन और 35 मिसाइलें दागीं। इनमें से कई मिसाइलें बैलिस्टिक थीं। नाफ्तोगाज प्रमुख सेरही कोरेट्सकी ने कहा कि यह हमला किसी सैन्य उद्देश्य के लिए नहीं बल्कि नागरिकों को कठिनाई में डालने के लिए किया गया। पूर्वोत्तर खारकीव और मध्य पोल्टावा क्षेत्रों में स्थित कई गैस सुविधाएं गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुईं।
रूस की दलील और यूक्रेन की प्रतिक्रिया
रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि उसने यूक्रेन की सैन्य-औद्योगिक क्षमता और ऊर्जा संरचना को निशाना बनाया और सभी लक्ष्यों को नष्ट कर दिया। वहीं, यूक्रेन ने आरोप लगाया कि रूस हर सर्दी से पहले जानबूझकर बिजली और गैस ढांचे पर हमला करता है ताकि नागरिकों से गर्मी, रोशनी और पानी छीन सके। यूक्रेन की प्रधानमंत्री यूलिया स्विरीडेंको ने कहा कि यह आतंकवाद है और नागरिकों को सर्दियों में ठंड से मरने के लिए मजबूर करने की साजिश है।
नागरिकों पर असर और सांस्कृतिक नुकसान
पोल्टावा में हुए हमलों में एक आठ वर्षीय बच्चा और दो महिलाएं घायल हो गईं। इसके अलावा, शहर के ऐतिहासिक सेंट निकोलस चर्च की आधी खिड़कियां टूट गईं, जो स्थानीय महत्व का संरक्षित धरोहर स्थल है। यूक्रेन का कहना है कि रूस न सिर्फ ऊर्जा संरचना बल्कि सांस्कृतिक धरोहर को भी नुकसान पहुंचा रहा है।
यूक्रेन का पलटवार
यूक्रेन ने भी हाल के दिनों में रूस पर पलटवार किया है। यूक्रेन ने अपने घरेलू रूप से विकसित लंबी दूरी के ड्रोन का इस्तेमाल कर रूस की आर्स्क आयल रिफाइनरी और अजोत केमिकल प्लांट को निशाना बनाया। इससे रूस के अंदर ऊर्जा ढांचे पर असर पड़ा। हालांकि, रूसी रक्षा मंत्रालय का दावा है कि उसने ब्लैक सी के ऊपर से 20 यूक्रेनी ड्रोन मार गिराए।
पाकिस्तान से तुलना
विशेषज्ञों का मानना है कि रूस की यह रणनीति पाकिस्तान के आतंकवादी तरीकों से मेल खाती है। जैसे पाकिस्तान अक्सर नागरिक ढांचे और मासूम लोगों को निशाना बनाने वाले आतंकी समूहों को बढ़ावा देता है, वैसे ही रूस नागरिकों की मूल जरूरतों को हथियार बना रहा है। भारत ने हमेशा कहा है कि आतंकवाद किसी भी रूप में हो, चाहे वह पाकिस्तान प्रायोजित हो या रूस जैसा राज्य-प्रायोजित, यह मानवता के खिलाफ अपराध है।