अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शिकागो की 2.1 अरब डॉलर की इंफ्रास्ट्रक्चर फंडिंग रोक दी है। यह फैसला सरकारी शटडाउन के बीच डेमोक्रेट्स पर दबाव बनाने की रणनीति माना जा रहा है। इससे रेड लाइन विस्तार और अन्य परियोजनाएं प्रभावित होंगी।
By: Sandeep malviya
Oct 03, 2025just now
वॉशिंगटन। अमेरिका में चल रहे सरकारी शटडाउन के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शिकागो के लिए तय 2.1 अरब डॉलर की इंफ्रास्ट्रक्चर फंडिंग रोक दी है। यह पैसा शहर की रेड लाइन ट्रेन के विस्तार और अन्य परिवहन परियोजनाओं के लिए निर्धारित था। व्हाइट हाउस के बजट निदेशक रस वॉट ने कहा कि इस फंडिंग को 'रेस-बेस्ड कॉन्ट्रैक्टिंग' की जांच के नाम पर रोका गया है।
सरकारी शटडाउन के चलते पहले ही अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ रहा है। ऐसे में ट्रंप प्रशासन ने शिकागो और न्यूयॉर्क जैसे डेमोक्रेट-शासित शहरों की परियोजनाओं पर फंडिंग रोककर सीधा राजनीतिक संदेश दिया है। माना जा रहा है कि यह कदम डेमोक्रेटिक नेता चक शूमर पर दबाव बनाने के लिए उठाया गया है, जिन्हें व्हाइट हाउस गतिरोध के लिए जिम्मेदार ठहरा रहा है।
शिकागो की बड़ी परियोजना पर असर
शिकागो की रेड लाइन विस्तार योजना में साउथ साइड इलाके में चार नए स्टेशन जोड़ने की योजना है, जिससे वंचित समुदायों को बेहतर सार्वजनिक परिवहन सुविधा मिलती। इस परियोजना के अलावा रेड और पर्पल लाइन आधुनिकीकरण का भी भविष्य अधर में लटक गया है। इससे हजारों नई नौकरियों और शहर की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लग सकता है।
न्यूयॉर्क पर भी असर
इससे पहले इसी हफ्ते ट्रंप प्रशासन ने न्यूयॉर्क की 18 अरब डॉलर की इंफ्रास्ट्रक्चर फंडिंग भी रोकने का ऐलान किया था। इसमें हडसन नदी के नीचे नए रेल टनल का निर्माण और अन्य परियोजनाएं शामिल थीं। सरकार का दावा है कि इन परियोजनाओं में असंवैधानिक प्रथाओं की जांच चल रही है, लेकिन शटडाउन की वजह से समीक्षा प्रक्रिया भी रुक गई है।
विपक्ष का पलटवार
डेमोक्रेटिक नेता चक शूमर ने ट्रंप प्रशासन के इस कदम को मूर्खतापूर्ण और प्रतिकूल बताया। उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं हजारों नौकरियां पैदा करतीं और क्षेत्रीय व राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के लिए बेहद अहम हैं। शूमर का कहना है कि इन फंडों को रोकना केवल राजनीतिक स्वार्थ साधने की कोशिश है।