प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री और केंद्रीय मंत्री ने गुरुवार को 1947 के विभाजन के दौरान जान न्योछावर करने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अगस्त के दिन को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस घोषित किया है।
By: Arvind Mishra
Aug 14, 20254 hours ago
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री और केंद्रीय मंत्री ने गुरुवार को 1947 के विभाजन के दौरान जान न्योछावर करने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अगस्त के दिन को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस घोषित किया है। पीएम ने एक्स पर लिखा- 1947 में हिंदुस्तान का बंटवारा सिर्फ जमीन का नहीं था, बल्कि दिलों का भी विभाजन था। लाखों लोगों ने अपने घर, अपनों और अपनी पहचान खो दी। खून से सने रेल ट्रैक, बेजान शरीरों से भरी ट्रेनें और आंसू भरे, शोकाकुल चेहरे मानव इतिहास की सबसे भयावह तस्वीरों में से एक बन गए। विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस दिवस का मकसद यह याद रखना है कि नफरत की आग सिर्फ विनाश लाती है, और हमें हर कीमत पर अपनी एकता, प्रेम और मानवता की रक्षा करनी चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा-हमारे इतिहास के एक दुखद अध्याय के दौरान अनगिनत लोगों द्वारा झेले गए उथल-पुथल और दर्द को याद करते हुए, भारत विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मना रहा है। यह उनके साहस का सम्मान करने का भी दिन है। अकल्पनीय क्षति का सामना करने और फिर भी नए सिरे से शुरुआत करने की ताकत पाने की उनकी क्षमता का दिन है। मोदी ने कहा कि इस त्रासदी से प्रभावित हुए कई लोगों ने अपनी जिंदगी को फिर से शुरू किया और बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं। यह दिन हमारे देश को एक सूत्र में पिरोने वाले सद्भाव के बंधन को मजबूत करने की हमारी स्थायी जिम्मेदारी की भी याद दिलाता है।
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लिखा-देश के विभाजन और उसकी त्रासदी के शिकार लोगों के दर्द को याद कर संवेदना व्यक्त करने का दिन है। इस दिन कांग्रेस ने देश को टुकड़ों में बांटकर मां भारती के स्वाभिमान को चोट पहुंचाई। विभाजन के कारण हिंसा, शोषण और अत्याचार हुए और करोड़ों लोगों ने विस्थापन झेला। मैं उन सभी लोगों के प्रति मन की गहराई से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। देश विभाजन के इस इतिहास और दर्द को कभी भुला नहीं सकेगा। विभाजन की इस विभीषिका में अपनी जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
इधर, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा-विभाजन ने बहुत दर्द दिया और इसके दूरगामी मानवीय और रणनीतिक परिणाम हुए। विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर, हम उन लोगों के धैर्य को याद करते हैं, जिन्होंने इस भयानक त्रासदी को सहा था। इस दर्दनाक अध्याय से कई सबक सीखे जा सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा-विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर मैं उन लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने इस अविवेकी विभाजन के बाद हुई व्यापक हिंसा और भीषण नरसंहार में अपने प्राणों की आहुति दी और उन कई चमत्कारिक रूप से जीवित बचे लोगों को भी, जिनमें मेरे माता-पिता भी शामिल हैं। जिन लोगों को असहाय विभाजन शरणार्थियों के रूप में भारत में अपनी जिंदगी नए सिरे से शुरू करने के लिए मजबूर होना पड़ा। विभाजन की भयावहता आने वाली पीढ़ियों को हमेशा याद रहेगी।