लोकसभा में ऑपरेशनसिंदूर पर चर्चा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष को घेरा और बताया कि भारतीय सेना ने टारगेट्स को सफलतापूर्वक हिट किया। राजनाथ ने कहा कि राहुल गांधी ने कभी उनसे दुश्मन को हुए नुकसान के बारे में नहीं पूछा। यह टिप्पणी उस बहस के संदर्भ में थी जब राहुल गांधी और विपक्ष लगातार यह सवाल उठा रहे थे कि इस ऑपरेशन में भारत के कितने फाइटर जेट्स को नुकसान पहुंचा है।
By: Arvind Mishra
लोकसभा में ऑपरेशनसिंदूर पर चर्चा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष को घेरा और बताया कि भारतीय सेना ने टारगेट्स को सफलतापूर्वक हिट किया। राजनाथ ने कहा कि राहुल गांधी ने कभी उनसे दुश्मन को हुए नुकसान के बारे में नहीं पूछा। यह टिप्पणी उस बहस के संदर्भ में थी जब राहुल गांधी और विपक्ष लगातार यह सवाल उठा रहे थे कि इस ऑपरेशन में भारत के कितने फाइटर जेट्स को नुकसान पहुंचा है। राजनाथ ने कहा कि हमने आतंकियों को उनके घर में घुसकर मारा। सेना ने आतंकियों से हमारी माताओं-बहनों के सिंदूर का बदला लिया। भारतीय जेट तबाह होने पर राजनाथ ने कहा कि परीक्षा में रिजल्ट की अहमियत होती है। कितनी पेंसिल टूटीं या पेन गुमे, यह बेमानी है। हमारा मकसद आतंकी ठिकाने तबाह करना था और सेनाओं ने अपना लक्ष्य हासिल किया। हमने पाकिस्तान से सीजफायर दबाव में नहीं किया। राजनाथ ने कहा-यह सिंदूर की लाली शौर्य की कहानी है। इस कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकी और हैंडलर मारे गए। हमने पूरा ऑपरेशन 22 मिनट में पूरा कर लिया। राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का समग्र राजनीतिक और सैन्य उद्देश्य पाकिस्तान को सजा देना था, जो भारत के खिलाफ प्रॉक्सी युद्ध लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन सिर्फ जवाबी कार्रवाई नहीं था, बल्कि आतंकवाद को पनाह देने वाले मुल्क को कड़ा संदेश देने का प्रयास था। साथ ही रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत अपनी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा।
राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी सरकार ने आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर कोई समझौता नहीं करेंगे। एक इंटरनेशनल मीटिंग में आतंकवाद के मसले पर जॉइंट स्टेटमेंट डाइल्यूट हो रहा था, हमने साफ किया कि जब तक इस पर मजबूती से बात नहीं रखी जाती, जॉइंट स्टेटमेंट पर दस्तखत नहीं करेंगे। 2009 में मुंबई में जो हमला हुआ था, उस समय सरकार को जो करना चाहिए था, वह नहीं हुआ। जब केंद्र में मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनी, तब से परिस्थितियां बदलीं। हमने उरी में सर्जिकल स्ट्राइक की। हमने बता दिया कि जरूरत पड़ी तो घर में घुसकर मारेंगे।
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सर्वदलीय बैठक भी हुई थी। इसको लेकर मैं सभी दलों को धन्यवाद देता हूं। यही देश के लोकतंत्र की खूबसूरती है। जैसा की मोदी जी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर रुका है, खत्म नहीं हुआ। अगर पाकिस्तान ने कोई कार्रवाई की तो भारत इसका जवाब देगा। हमने लक्ष्मण रेखा खींच ली है। आतंकियों को शरण देने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारा पाकिस्तान के साथ कोई सभ्यता संघर्ष नहीं है। यह बर्बरता का संघर्ष है। वे आतंकियों को ट्रेनिंग देते हैं और दुनिया के सामने खुद को निर्दोष बताते हैं। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से दिखा दिया है कि हम आतंकवाद को जड़ से खत्म करने का संकल्प ले चुके हैं। 2009 में सरकार ने एक बड़ी भूल की। तब पाक को आतंकवाद के लिए अपनी सरजमीन का इस्तेमाल न करने की शर्त को डाइल्यूट किया गया। यह रणनीतिक भूल थी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी नीति स्पष्ट है। हमने लाहौर बस यात्रा की थी, लेकिन पाकिस्तान इस भाषा को नहीं समझा, अब हमने उन्हें बालाकोट स्ट्राइक की भाषा समझाई। जब हमने तीनों सेनाध्यक्षों से पाकिस्तान पर कार्रवाई के पूछा तो उन्होंने हां बोलने में क्षणभर की देर नहीं लगाई। आतंकवाद को हर रूप में समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
पाकिस्तान की सेना और आईएसआई प्रॉक्सी वॉर करती है। ये पीएम मोदी के नेतृत्व वाला भारत है जो किसी भी हद तक जा सकता है। हम शांति के प्रयास करना जानते हैं तो अशांति फैलाने के लिए हाथ उखाड़ना भी जानते हैं। हमने भगवान कृष्ण से सीखा है कि धर्म की रक्षा के लिए सुदर्शन चक्र उठाना पड़ता है। अब हमने सुदर्शन चक्र उठा लिया है। भगवान कृष्ण हमें धैर्य और शौर्य दोनों सिखाते हैं।
2015 में मोदी जी ने पाकिस्तान जाकर दोस्ती की बात की। हमारी मूल प्रकृति बुद्ध की है, युद्ध की नहीं। अब हमारी सरकार की स्टैंड का एकदम साफ है कि टेररिज्म और बातचीत साथ नहीं चल सकते। एक ऐसा देश जहां लोकतंत्र का कतरा भी नहीं है, वहां धार्मिक उन्माद है, जहां गोलियों की आवाजें गूंजती हैं, उनके साथ बातचीत नहीं हो सकती। उनकी आतंकवाद की नर्सरी है। पाकिस्तान सरकार आतंकियों के लिए स्टेट फ्यूनरल का इंतजाम करती है।