योगेश्वर दत्त ने कहा, "मैं पहलवानी करता हूं, आप लोग टेनिस खेलते हैं, हमारा और आपका कोई तालमेल नहीं है, लेकिन मुझे पहलवानी करने और देश के लिए मेडल जीतने की प्रेरणा 1996 ओलंपिक में लिएंडर पेस को टेनिस में मेडल जीतते देखकर ही मिली थी।
By: Prafull tiwari
Oct 04, 20258:22 PM
नई दिल्ली । भारत को कुश्ती में ओलंपिक मेडल दिलाने वाले पहलवान योगेश्वर दत्त ने कहा है कि खिलाड़ियों को हमेशा बड़े सपने देखने चाहिए और उसे पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। नई दिल्ली में आयोजित 30वीं राष्ट्रीय टेनिस चैंपियनशिप के पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद योगेश्वर दत्त ने खिलाड़ियों को बड़े टूर्नामेंट में देश के लिए मेडल जीतने के लिए प्रोत्साहित किया।
योगेश्वर दत्त ने कहा, "मैं पहलवानी करता हूं, आप लोग टेनिस खेलते हैं, हमारा और आपका कोई तालमेल नहीं है, लेकिन मुझे पहलवानी करने और देश के लिए मेडल जीतने की प्रेरणा 1996 ओलंपिक में लिएंडर पेस को टेनिस में मेडल जीतते देखकर ही मिली थी।" उन्होंने कहा, "आप सभी दिन रात मेहनत करते हैं। आपका सपना बड़ा होना चाहिए। आपकी कोशिश ओलंपिक में मेडल होना चाहिए। मुझे पेस से ओलंपिक मेडल जीतने की प्रेरणा मिली। मैं उसी समय से जुटा था। मेरा सपना 2012 में पूरा हुआ था।"
योगेश्वर दत्त ने 2012 में लंदन में आयोजित ओलंपिक में कुश्ती में देश के लिए कांस्य पदक जीता था। दत्त ने कहा, "किसी भी खेल में सफलता पाने का कोई शॉर्टकट नहीं होता। आपको दिन-रात स्पष्ट लक्ष्य के साथ मेहनत करनी होती है। टेनिस में यूएस ओपन, ऑस्ट्रेलियन ओपन, फ्रेंच ओपन और विंबलडन चार बड़े टूर्नामेंट होते हैं। आप किस तरह इन टूर्नामेंट में सफलता पा सकते हैं। किस तरह लिएंडर पेस और महेश भूपति बन सकते हैं। इसके बारे में आपको सोचना होगा और मेहनत करनी होगी। आपको अपनी फिटनेस पर ध्यान देना होगा।"
योगेश्वर दत्त ने युवा खिलाड़ियों को आगामी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए शुभकामना दी। नई दिल्ली के डीएलटीए कॉम्प्लेक्स में आयोजित राष्ट्रीय टेनिस चैंपियनशिप में तमिलनाडु के मनीष सुरेशकुमार और महाराष्ट्र की वैष्णवी अदकर ने शनिवार को पुरुष और महिला एकल का खिताब जीता।