राइजिंग स्टार एशिया कप में इंडिया-ए का सफर खत्म हो चुका है। बांग्लादेश-ए ने शुक्रवार को खेले गए सेमीफाइनल मैच में सुपर ओवर में भारत को हरा फाइनल में जगह बनाई। सुपर ओवर में भारतीय बल्लेबाज एक भी रन नहीं बना सके और बांग्लादेश ने आसानी से मैच जीता।
By: Arvind Mishra
Nov 22, 20251:52 PM
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
राइजिंग स्टार एशिया कप में इंडिया-ए का सफर खत्म हो चुका है। बांग्लादेश-ए ने शुक्रवार को खेले गए सेमीफाइनल मैच में सुपर ओवर में भारत को हरा फाइनल में जगह बनाई। सुपर ओवर में भारतीय बल्लेबाज एक भी रन नहीं बना सके और बांग्लादेश ने आसानी से मैच जीता। सुपर ओवर में टीम इंडिया ने वैभव सूर्यवंशी को बैटिंग के लिए नहीं भेजा, जबकि उन्होंने मैच में 15 गेंदों पर 38 रनों की पारी खेली थी और 250 की स्ट्राइक रेट से ज्यादा से रन बनाए थे। टीम के इस फैसले की जमकर आलोचना हो रही है। कोच सुनील जोशी को इस फैसले के लिए जमकर फटकार लगी।
पूर्व स्पिनर मनिंदर ने उठाया सवाल
इंडिया-ए की तरफ से जितेश शर्मा और रमनदीप बल्लेबाजी करने आए थे। जितेश पहली ही गेंद पर अजीब सा शॉट खेलकर बोल्ड हो गए। उनकी जगह आए आशुतोष शर्मा भी पहली ही गेंद पर आउट हो गए। सुपर ओवर में टीम दो बल्लेबाजों को ही भेज सकती है। इसी के साथ भारत ने सुपर ओवर में एक भी रन नहीं बनाया। इस दौरान सुनील जोशी अपनी डायरी में कुछ लिखते हुए नजर आए। तभी कमेंट्री कर रहे भारत के पूर्व स्पिनर मनिंदर सिंह ने जोशी की रणनीति पर सवाल उठा दिए।
वैभव को क्यों नहीं भेजा
मनिंदर ने आॅन एयर कहा-वह अब क्या लिख रहे हैं। उन्होंने वैभव सूर्यवंशी को सुपर ओवर में बैटिंग करने क्यों नहीं भेजा। मनिंदर ने कहा कि जब आपके पास टूर्नामेंट में सबसे शानदार प्रदर्शन करने वाला तूफानी बल्लेबाज है जो ऐसी स्थिति में तेजी से रन बना सकता है तो अपने उसे बल्लेबाजी के लिए क्यों नहीं भेजा।
कप्तान बोले-ये मेरा फैसला था
मैच के बाद कप्तान जितेश शर्मा ने इस फैसले की पूरी जिम्मेदारी ली। उन्होंने कहा कि ये उनका फैसला था। जितेश ने कहा- ये मेरा फैसला था और मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं। हमने सोचा की मैं, रमनदीप और आशुतोष डैथ ओवरों में हीटिंग के लिए ज्यादा उपयोगी हैं। जितेश ने कहा कि ये फैसला उनके लिए सीखने वाला साबित हुआ। वैभव ने टूर्नामेंट की शुरुआत ही धमाकेदार की थी।