नरयावली मुक्तिधाम में तीनों का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं एक मृतक रिछावर का रहने वाला था, उसका भी अंतिम संस्कार कर दिया गया।
By: Star News
Aug 09, 202510:23 PM
सागर। रक्षाबंधन के मौके पर सागर के खुशीपुरा गांव में मातम पसर गया। यहां एक साथ तीन दोस्तों की अर्थी उठी। अंतिम यात्रा में हर कोई गमगीन दिखा। नरयावली मुक्तिधाम में तीनों का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं एक मृतक रिछावर का रहने वाला था, उसका भी अंतिम संस्कार कर दिया गया।
बता दें कि 5 दोस्त राखी के एक दिन पहले (शुक्रवार, 8 अगस्त) सानौधा स्थित बेबस नदी में नहाने गए थे। यहां पांच युवकों में से चार की डूबने से मौत हो गई। चारों दोस्त एक-दूसरे को बचाने के प्रयास में खुद भी पानी में समा गए।
हादसा शुक्रवार शाम करीब 5 बजे हुआ था। जिसके बाद सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस और प्रशासन की टीम ने रेस्क्यू आॅपरेशन शुरू किया। अंधेरा होने पर रात में रेस्क्यू रोक दिया गया। इसके बाद शनिवार सुबह फिर खोजबीन शुरू हुई। सुबह 9 बजे दो शव मिले। इसके आधे घंटे बाद करीब 9.30 बजे तीसरा शव मिला। वहीं दोपहर करीब 1.30 बजे चौथा शव मिला।
नायब तहसीलदार बहादुर सिंह ने बताया कि शनिवार को सर्चिंग अभियान चलाकर रिछावर में नदी में डूबे चारों युवकों के शव बरामद कर लिए गए हैं।
एक गहरे पानी में गया, बचाने में चारों डूबे
प्रत्यक्षदर्शी और पांचवें युवक अभिषेक अहिरवार ने पुलिस को बताया कि वह अपने चार दोस्तों सनी, राज, सुमित और निखिल के साथ नदी में नहा रहा था। इसी दौरान अचानक एक युवक गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा।
उसे बचाने के लिए दूसरा कूदा, फिर तीसरा और फिर चौथा भी, लेकिन किसी को तैरना नहीं आता था। देखते ही देखते चारों डूब गए। अभिषेक ने शोर मचाकर आसपास मौजूद ग्रामीणों को बुलाया, लेकिन जब तक लोग पहुंचे, तब तक चारों पानी में समा चुके थे।
पांच बहनों का इकलौता भाई था निखिल
नदी में डूबने वालों में रिछावर निवासी 22 वर्षीय निखिल अहिरवार अपनी पांच बहनों का इकलौता भाई था। रक्षाबंधन के अवसर पर बहनें राखी बांधने की तैयारी में जुटी थीं, लेकिन भाई के डूबने की सूचना मिलते ही खुशियां मातम में बदल गईं।
वहीं, खुशीपुरा निवासी 22 वर्षीय सनी अहिरवार की तीन महीने पहले ही शादी हुई थी। रक्षाबंधन पर उसकी बहनें ससुराल से मायके आई थीं।
मरने वालों में एक युवक रिछावर और तीन युवक खुशीपुरा गांव के रहने वाले थे। सभी की उम्र 22 से 25 वर्ष के बीच थी। सानौधा थाना प्रभारी भरत सिंह ठाकुर ने बताया कि अभिषेक नामक युवक सुरक्षित है, जिसने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।मिट था, तो यात्रियों को बस स्टैंड पर क्यों नहीं उतारा गया।