पाकिस्तान के लाहौर से कराची जाने वाला एक यात्री गलती से जेद्दा की फ्लाइट में चढ़ गया। न तो उसके पास पासपोर्ट था और न ही वीजा। फ्लाइट के दो घंटे बाद उसे सच्चाई का पता चला। अब उसने प्राइवेट एयरलाइन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुआवजे की मांग की है और लीगल नोटिस भेजा है। एयरपोर्ट प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है।
By: Sandeep malviya
Jul 13, 20254 hours ago
कराची । पाकिस्तान में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। लाहौर के एक युवक शाहजैन ने कराची जाने के लिए फ्लाइट पकड़ी थी, लेकिन वह गलती से सऊदी अरब के जेद्दा पहुंच गया। शाहजैन ने एक प्राइवेट एयरलाइन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उसने कहा कि टिकट चेक करवाने के बावजूद एयर होस्टेस ने उसे गलत फ्लाइट में बैठने से नहीं रोका।
शाहजैन ने बताया कि घरेलू टर्मिनल के गेट पर दो फ्लाइट खड़ी थीं। वह बिना किसी जानकारी के जेद्दा जाने वाली अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट में चढ़ गया। लगभग दो घंटे बाद, जब विमान कराची नहीं पहुंचा, तब जाकर उसे अपनी गलती का एहसास हुआ। उसने बताया कि उस वक्त क्रू पैनिक में आ गया और उल्टा उसी को दोष देने लगे।
न पासपोर्ट, न वीजा, फिर भी पहुंच गया सऊदी
शाहजैन का कहना है कि उसके पास न पासपोर्ट था और न ही सऊदी अरब के लिए वीजा। इसके बावजूद वह जेद्दा पहुंच गया। एयरलाइन की इस लापरवाही की वजह से उसे विदेश में कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहां एफआईए के अधिकारियों ने पूछताछ की और दो से तीन दिन तक उसे कराची लाने की प्रक्रिया में समय लगा।
कानूनी नोटिस भेजा, मुआवजे की मांग
इस पूरे मामले को लेकर शाहजैन ने अब एयरलाइन को कानूनी नोटिस भेजा है। उसने कहा है कि एयरलाइन की गलती की वजह से उसे भारी मानसिक और आर्थिक नुकसान हुआ है। वह मुआवजे की मांग कर रहा है, जिसमें अतिरिक्त यात्रा खर्च और असुविधा शामिल है।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ने माना एयरलाइन दोषी
लाहौर एयरपोर्ट मैनेजमेंट और पाकिस्तान की एयरपोर्ट अथॉरिटी ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि एयरलाइन की ओर से चेकिंग और बोर्डिंग प्रक्रिया में लापरवाही बरती गई। यह घटना सुरक्षा मानकों पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।
सुरक्षा में चूक या सिस्टम फेल?
यह घटना न सिर्फ एक व्यक्ति की परेशानी की कहानी है, बल्कि पाकिस्तान के हवाई सफर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल उठाती है। बिना पासपोर्ट और वीजा के किसी यात्री का विदेश पहुंच जाना अंतरराष्ट्रीय नियमों का सीधा उल्लंघन है। अब देखना है कि एयरलाइन इस मामले में कैसे जवाब देती है और क्या कार्रवाई होती है।