राजस्थान के उदयपुर में एक निजी आईटी कंपनी की मैनेजर के साथ गैंगरेप केस में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए एसपी योगेश गोयल ने बताया कि जांच की जिम्मेदारी एडिशनल एसपी माधुरी वर्मा को सौंपी गई है।
By: Arvind Mishra
Dec 26, 202510:56 AM
राजस्थान के उदयपुर में एक निजी आईटी कंपनी की मैनेजर के साथ गैंगरेप केस में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए एसपी योगेश गोयल ने बताया कि जांच की जिम्मेदारी एडिशनल एसपी माधुरी वर्मा को सौंपी गई है। एसपी गोयल के अनुसार, पीड़िता के बयान, मेडिकल रिपोर्ट और एफआईआर के आधार पर कार्रवाई की गई। मेडिकल जांच में चोट के निशान पाए गए हैं, जिससे प्रथम दृष्टया गैंगरेप की पुष्टि होती दिखाई दे रही है। पुलिस को जांच में एक अहम सुराग भी हाथ लगा है। आरोपियों की कार में लगे डैशकैम के आॅडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग, जिसमें घटना के दौरान की आवाजें कैद होने की बात सामने आई है।
तीन आरोपी अरेस्ट
पुलिस ने जिन तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें आईटी कंपनी का सीईओ जितेश, उसकी सहकर्मी महिला एग्जीक्यूटिव हेड शिल्पा और उसका पति गौरव शामिल हैं। तीनों को न्यायालय में पेश कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। आरोपी सीईओ जितेश सिसौदिया आईआईटीयन है।
पार्टी में पीड़िता की बिगड़ी तबीयत
पुलिस के मुताबिक, 20 दिसंबर को कंपनी के सीईओ की बर्थडे और न्यू ईयर पार्टी उदयपुर के शोभागपुरा इलाके के एक होटल में आयोजित की गई थी। पीड़िता रात 9 बजे पार्टी में पहुंची थी, जो देर रात 1:30 बजे तक चली। पार्टी के बाद जब पीड़िता की तबीयत बिगड़ने लगी तो कुछ लोग उन्हें घर छोड़ने की बात कर रहे थे, लेकिन महिला एग्जीक्यूटिव हेड ने उन्हें आफ्टर पार्टी के लिए साथ चलने का प्रस्ताव दिया।
गैंगरेप के बाद घर छोड़ा
रात 1:45 बजे पीड़िता को कार में बैठाया गया, जिसमें पहले से सीईओ और महिला एग्जीक्यूटिव का पति मौजूद था। रास्ते में एक दुकान से स्मोकिंग सामग्री खरीदी गई और पीड़िता को भी स्मोक कराया गया, जिससे वह बेहोशी की हालत में चली गई। होश में आने पर पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसके साथ छेड़छाड़ और सामूहिक बलात्कार किया गया।
सबूत रिकॉर्डिंग में पाए गए
सुबह करीब 5 बजे पीड़िता को घर छोड़ा गया। होश आने पर उसे अपने कान की बाली, मोजे और अंडरगारमेंट्स गायब मिले और निजी अंगों पर चोट के निशान थे। बाद में जब कार के डैशकैम की जांच की गई तो घटना से जुड़े अहम सबूत रिकॉर्डिंग में पाए गए।