उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मंगलवार को भारी बारिश के बाद बादल फटने से भयानक तबाही मची। इस तबाही में धराली गांव तहस-नहस हो गया। पूरा गांव मलबे की चपेट में आया। पानी के सैलाब के बीच लोगों की चीख-पुकार ने दिल झकझोर दिया।
By: Arvind Mishra
उत्तरकाशी। स्टार समाचार वेब
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मंगलवार को भारी बारिश के बाद बादल फटने से भयानक तबाही मची। इस तबाही में धराली गांव तहस-नहस हो गया। पूरा गांव मलबे की चपेट में आया। पानी के सैलाब के बीच लोगों की चीख-पुकार ने दिल झकझोर दिया। इस हादसे में अब तक चार लोगों की मौत की खबर है, जबकि पचास से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं। इस बीच सेना का रेस्क्यू आॅपरेशन जारी है। इस तबाही की चपेट में एक आर्मी कैंप भी आया है। यहां पर आर्मी मेस और कैफे हैं। कई जवानों के हादसे लापता होने की आशंका है। हर्षिल में सेना की 14 राजपूताना राइफल्स की यूनिट तैनात है। हर्षिल में नदी के किनारे बना हैलीपैड भी बह गया है। भारी बारिश की वजह से हेलीकॉप्टर से राहत और बचाव का काम नहीं हो पा रहा है। एनडीआरएफ की चार टीमें मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू में जुटी हैं। इसके अलावा आईटीबीपी की तीन टीमों को भी राहत कार्यों में लगाया गया है। राज्य और केंद्र सरकारेंस्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से नदी से दूर रहने की अपील कर रही हैं। राज्य सरकार लगातार हालत पर नजर बनाए हुए हैं। लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई स्थानों पर मलबा और बोल्डर गिरे हैं। इससे आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है। बीआरओ युद्धस्तर पर नेशनल हाईवे को खोलने में जुटा है। हादसे में आर्मी कैंप भी चपेट में आया है।
हेलीपैड के क्षेत्र में जलभराव
धराली के खीर गंगा में आई बाढ़ से हर्षिल हेलीपैड के क्षेत्र में जलभराव हो गया है। उत्तरकाशी के निचले हिस्सों में बाढ़ का खतरा बन सकता है। तबाही के डर से अब कई लोग इलाका छोड़कर जा रहे हैं। फिलहाल मौसम खराब है लेकिन मौस ठीक होते ही रेस्क्यू आॅपरेशन में तेजी लाई जाएगी। उत्तराखंड के कई जिलों में आज स्कूल कॉलेज बंद हैं। बादल फटने के बाद लगातार मलबा पहाड़ों से नीचे आ रहा है। लोग इसका लगातार नए-नए वीडियो बना रहे हैं।
मौसम सबसे बड़ी चुनौती
इस आपदा के बाद रेस्क्यू आॅपरेशन में सबसे बड़ी चुनौती मौसम है। मौसम बेहद खराब है। बारिश हो रही है। कई इलाकों में भारी बारिश का भी अलर्ट है, लेकिन धराली गांव तक पहुंचने के रास्ते में इतने लैंडस्लाइड हैं कि एनडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमों को आगे बढ़ने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उत्तरकाशी को गंगोत्री-हर्षिल से जोड़ने वाली 150 मीटर के स्ट्रैच में बनी सड़क पूरी तरह से धराशायी हो गई है। इस वजह से एनडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमों को आगे बढ़ने में दिक्कत हो रही है। इससे आगे भी ऐसा ही मंजर है, जगह-जगह सड़कें तहस-नहस हो गई है। सड़कों पर बनी दरारें बढ़ रही हैं।
जरूरत का पहुंचा रहे सामान
ऐसे में बचावकर्मी पहाड़ों के रास्ते जरूरत का सामान लेकर मौके पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। रेस्क्यू टीम के लिए बुलाई गई अतिरिक्त टीमें सबसे पहले पहाड़ों को काटकर रास्ता तैयार करेंगी, लेकिन बारिश सबसे बड़ी बाधा है। बचावकर्मियों के सामने सबसे बड़ी दिक्कत है अभी मौके पर पहुंचना है, क्योंकि अभी मौके पर मशीनरी नहीं है, किसी तरह का डिटेक्शन सिस्टम नहीं है। ऐसे में मलबे में दबे लोगों को डिटेक्ट करना मुश्किल है।
स्कूलों में छुट्टी घोषित
उत्तराखंड में भारी बारिश का रेड अलर्ट है। मौसम विभाग ने आज हरिद्वार, नैनीताल, उधमसिंह नगर के कई क्षेत्रों में भारी बारिश को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। बाकी क्षेत्रों को आॅरेंज अलर्ट पर रखा है। भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर प्रदेश के 9 जनपदों में छुट्टी का आदेश जारी किया है। देहरादून, नैनीताल, टिहरी, चमोली, रुद्रप्रयाग, चंपावत, पौड़ी, अल्मोड़ा, बागेश्वर जनपद में आज स्कूलों की छुट्टी रहेगी। कक्षा एक से 12वीं तक के सभी शैक्षणिक संस्थानों और आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश रहेगा।
नदियां उफान पर
वहीं, रुद्रप्रयाग में देर रात से लगातार बारिश जारी है। अलकनंदा नदी खतरे के निशान के करीब बह रही है। केदारनाथ धाम की यात्रा फिलहाल स्थगित कर दी गई है। बागेश्वर में लगातार बारिश जारी है। बागेश्वर में गोमती और सरयू दोनों नदियां प्रचंड उफान पर हैं। कोटद्वार और पहाड़ी क्षेत्रों में देर रात से लगातार बारिश जारी है।