न्यायिक भ्रष्टाचार के केस को लेकर भारत के मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत ने गुरुवार को कहा-जजों में रिटायरमेंट की पूर्व संध्या पर बाहरी कारणों से कई आदेश पारित करने का चलन बढ़ रहा है। बेंच ने टिप्पणी करते हुए कहा- याचिकाकर्ता ने रिटायरमेंट से ठीक पहले छक्के मारना शुरू कर दिया। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण चलन है। मैं इस पर और ज्यादा बात नहीं करना चाहता।
By: Arvind Mishra
Dec 18, 20253:07 PM

नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
न्यायिक भ्रष्टाचार के केस को लेकर भारत के मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत ने गुरुवार को कहा-जजों में रिटायरमेंट की पूर्व संध्या पर बाहरी कारणों से कई आदेश पारित करने का चलन बढ़ रहा है। सीजेआई सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली बेंच ने रिटायरमेंट से ठीक पहले जजों द्वारा छक्के मारने की इस दुर्भाग्यपूर्ण प्रवृत्ति पर चिंता जताई। इस बेंच में जस्टिस जॉयमाल्य बागची भी शामिल थे।
इस केस की कर रहे थे सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट मध्य प्रदेश के एक प्रधान जिला न्यायाधीश द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें उन्होंने रिटायरमेंट से सिर्फ 10 दिन पहले अपने सस्पेंशन को चुनौती दी थी। कहा जा रहा है कि यह सस्पेंशन जज द्वारा दिए गए दो न्यायिक आदेशों से जुड़ा था।
एक दुर्भाग्यपूर्ण चलन
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने टिप्पणी करते हुए कहा- याचिकाकर्ता ने रिटायरमेंट से ठीक पहले छक्के मारना शुरू कर दिया। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण चलन है। मैं इस पर और ज्यादा बात नहीं करना चाहता।