हमारे देश में एक बड़ी आबादी को चाय पीना बहुत पसंद है। चाय एक ऐसी पेय है जिसे अधिकतर लोग गर्मा-गर्म ही पीना चाहते हैं। अक्सर कुछ लोग बचे हुए चाय को गर्म करके पीते हैं। समय बचाने के लिए या चाय बर्बाद न हो, इस सोच के साथ सुबह की बची हुई चाय को दोपहर या शाम को फिर से गर्म कर लेते हैं।
By: Manohar pal
Dec 09, 20256:28 PM
हमारे देश में एक बड़ी आबादी को चाय पीना बहुत पसंद है। चाय एक ऐसी पेय है जिसे अधिकतर लोग गर्मा-गर्म ही पीना चाहते हैं। अक्सर कुछ लोग बचे हुए चाय को गर्म करके पीते हैं। समय बचाने के लिए या चाय बर्बाद न हो, इस सोच के साथ सुबह की बची हुई चाय को दोपहर या शाम को फिर से गर्म कर लेते हैं।
'जर्नल ऑफ फूड साइंस' में छपी एक स्टडी के मुताबिक ठंडे हो गए चाय को बार गर्म करके पीना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। शोधकर्ताओं ने पाया है कि चाय को दोबारा गर्म करना न केवल उसके स्वाद को खराब करता है, बल्कि यह आपकी सेहत के लिए गंभीर रूप से खतरनाक हो सकता है।
दोबारा गर्म करने की प्रक्रिया से चाय के भीतर मौजूद फायदेमंद रासायनिक तत्व (एंटीऑक्सीडेंट्स) नष्ट हो जाते हैं और कई हानिकारक तत्व की मात्रा बढ़ जाती है। अगर आपकी चाय दूध वाली है और वह रूम टेम्परेचर पर लंबे समय तक रखी रही है, तो उसमें बैक्टीरिया पनपने का जोखिम भी बहुत अधिक होता है। इसलिए आइए इस लेख में इसी के बारे में जानते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट्स और कड़वापन
ताजी चाय में कैटेचिन और पॉलीफेनोल्स जैसे शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य और शरीर में सूजन को कम करने के लिए उत्कृष्ट माने जाते हैं। स्टडी के मुताबिक चाय को दोबारा गर्म करने पर ये सभी फायदेमंद तत्व पूरी तरह से खत्म हो जाते हैं। इसके साथ ही बार-बार उबालने से चाय में टैनिन की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे चाय का स्वाद कसैला और कड़वा हो जाता है।
पेट की समस्याएं और बैक्टीरिया का खतरा
दोबारा गर्म की गई चाय में टैनिन की बढ़ी हुई मात्रा पीने वाले व्यक्ति को तुरंत एसिडिटी, सीने में जलन या बदहजमी जैसी पेट की समस्याएं दे सकती है। इससे भी बड़ा खतरा बैक्टीरिया का होता है। दूध वाली चाय को रूम टेम्परेचर पर दो घंटे से अधिक रखने पर उसमें तेजी से बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जिसे दोबारा गर्म करने पर भी फूड पॉइजनिंग या गंभीर पेट खराब होने का डर बना रहता है।
आयरन के अवशोषण में रुकावट
चाय में टैनिन की मात्रा बढ़ने का एक और गंभीर प्रभाव आयरन के अवशोषण पर है। बढ़ा हुआ टैनिन शरीर में आयरन को ठीक से अवशोषित होने से रोकता है। यह भारत जैसे देश में चिंता का विषय है, जहां पहले से ही एक बड़ी आबादी एनीमिया (खून की कमी) से जूझ रही है। इसलिए बासी चाय पीना आयरन की कमी को बढ़ा सकता है।
सेहतमंद रहने का सही तरीका
सेहतमंद रहने के लिए हमेशा ताजी बनी चाय ही पीनी चाहिए। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि उतनी ही चाय बनाएं जितनी एक बार में पीनी हो। अगर आप चाय को लंबे समय तक गर्म रखना चाहते हैं, तो उसे बार-बार गैस पर उबालने के बजाय एक थर्मस का इस्तेमाल करें। इससे न केवल चाय का तापमान बना रहेगा, बल्कि उसके पोषक तत्व भी सुरक्षित रहेंगे।