मध्यप्रदेश की बेटी आयुषी वर्मा की सफलता से विंध्य ही नहीं, बल्कि पूरा मध्यप्रदेश गौरवान्वित महसूस कर रहा है। भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर उन्होंने साबित किया कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं और युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं।
By: Arvind Mishra
Sep 01, 2025just now
भोपाल। स्टार समाचार वेब
मध्यप्रदेश की बेटी आयुषी वर्मा की सफलता से विंध्य ही नहीं, बल्कि पूरा मध्यप्रदेश गौरवान्वित महसूस कर रहा है। भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर उन्होंने साबित किया कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं और युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं। दरअसल, मध्य प्रदेश के रीवा की आयुषी वर्मा ने यूपीएससी सीडीएस की परीक्षा में देशभर में 24वीं रैंक हासिल की है। आयुषी का चयन भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट पद पर हुआ है। यूपीएससी सीडीएस का रिटेन एग्जाम देने बाद उनके 5 इंटरव्यू हुए जिसमें उन्होंने सफलता हासिल की। आयुषी वर्मा ने स्कूल की पढ़ाई के दौरान ही सेना में जाने का मन बना लिया था। आयुषी वर्मा ने कहा कि जब मैं स्कूल जाती थी उसे समय रीवा की रहने वाली अवनी चतुर्वेदी का चयन भारतीय वायुसेना में हुआ था। उनके सिलेक्शन के बाद पूरे शहर में बड़े-बड़े पोस्टर लगाए गए थे। पोस्टर को देखकर ही मैंने सोच लिया था कि मैं भी सेना में जाऊंगी। आयुषी वर्मा ने बताया कि वह ट्रेनिंग के बाद भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट पद संभालेंगी। आयुषी अब आॅफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में प्रशिक्षण लेंगी। वहां वे नेतृत्व, रणनीति और तकनीकी ज्ञान प्राप्त करेंगी।
आयुषी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रीवा के एक निजी कॉन्वेंट स्कूल से प्राप्त की। उनके पिता रमेश वर्मा एक स्पोर्ट्स आॅफिसर हैं। मां ममता वर्मा गृहिणी हैं। आयुषी बचपन से ही पढ़ाई में तेज रही हैं। खेलों में भी उन्होंने अपनी प्रतिभा दिखाई। वे जूडो और कराटे की चैंपियन रह चुकी हैं। परिवार के अनुशासन और शिक्षा के वातावरण ने उन्हें हमेशा नई ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रेरित किया।
पढ़ाई के दौरान आयुषी को परिवार का पूरा सहयोग मिला। उनके बड़े भाई भी एसएसबी कैंडिडेट रहे, लेकिन मेडिकल कारणों से चयनित नहीं हो पाए। बावजूद इसके उन्होंने आयुषी को हर कदम पर मार्गदर्शन और हौसला दिया।
आयुषी की सफलता में उनके परिवार का बड़ा योगदान रहा। पिता रमेश वर्मा ने कहा-आयुषी बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रही है। खेलों में भी हमेशा आगे रही। उसने लक्ष्य तय किया और मेहनत से सीडीएस पास कर दिखाया। उनकी मां ममता वर्मा ने भावुक होकर कहा-बेटा हर्ष वर्मा भी सेना में जाना चाहता था। लेकिन मेडिकल कारणों से उसे मौका नहीं मिला। आज आयुषी ने यह सपना पूरा कर दिया।