दुनियाभर में शनिवार को 11वां योग दिवस मनाया गया। पीएम मोदी ने विशाखापट्टनम में तीन लाख लोगों और 40 देशों के राजनयिक के साथ योग किया। इसी के साथ आंध्र प्रदेश सरकार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। प्रोग्राम में 50 लाख से ज्यादा योग प्रमाणपत्र भी बांटे गए।
By: Arvind Mishra
Jun 21, 2025just now
दुनियाभर में शनिवार को 11वां योग दिवस मनाया गया। पीएम मोदी ने विशाखापट्टनम में तीन लाख लोगों और 40 देशों के राजनयिक के साथ योग किया। इसी के साथ आंध्र प्रदेश सरकार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। प्रोग्राम में 50 लाख से ज्यादा योग प्रमाणपत्र भी बांटे गए। आंध्रप्रदेश सरकार ने भी योग आंध्र अभियान शुरू किया है। इसका मकसद है राज्य में 10 लाख लोगों का रोजाना योग करने वाली कम्युनिटी बनाना है। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि योग का मतलब होता है- जोड़ना और ये देखना सुखद है कि कैसे योग ने पूरी दुनिया को जोड़ा है। आज जब दुनिया में अशांति, तनाव और अस्थिरता बढ़ रही है, तो योग शांति की दिशा दिखाता है। यह पॉज बटन जैसा। पीएम के साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने भी योग किया। इस बार की योग की थीम एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग है। इंडियन काउंसिल फॉर कल्चर रिलेशन्स के मुताबिक, 191 देशों में 1,300 जगहों पर 2,000 से ज्यादा योग कार्यक्रम हुए।
पीएम मोदी ने कहा कि आइए, हम सब मिलकर योग को एक जन आंदोलन बनाएं। एक ऐसा आंदोलन, जो विश्व को शांति, स्वास्थ्य और समरसता की ओर ले जाए। जहां हर व्यक्ति दिन की शुरूआत योग से करे और जीवन में संतुलन पाए। जहां हर समाज योग से जुड़े और तनाव से मुक्त हो। जहां योग मानवता को एक सूत्र में पिरोने का माध्यम बने और जहां थीम एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य एक वैश्विक संकल्प बन जाए।
मोदी ने कहा-मैं इस मौके पर वैश्विक समुदाय से गुजारिश करना चाहता हूं कि इस मौके पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को मानवता के लिए योग की शुरुआत के रूप में मनाया जाए। यह वह दिन हो जब आंतरिक शांति एक वैश्विक नीति बन जाए, जहां योग को न केवल एक व्यक्तिगत अभ्यास के रूप में अपनाया जाए, बल्कि वैश्विक साझेदारी और एकता के लिए एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में अपनाया जाए। हर देश और हर समाज को योग को एक साझा जिम्मेदारी बनाना चाहिए और सामूहिक कल्याण की दिशा में एक साझा योगदान बनाना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि आज योग करोड़ों लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है। मुझे गर्व होता है जब मैं देखता हूं कि हमारे दिव्यांग साथी ब्रेल में योग शास्त्र पढ़ते हैं। वैज्ञानिक अंतरिक्ष में योग करते हैं। गांव-गांव में युवा साथी योग ओलिंपियाड में भाग लेते हैं।
पीएम ने कहा कि अभी नेवी के जहाज में भी योगा कार्यक्रम चल रहा है। चाहे ओपेरा हाउस की सीढ़ियां हों या एवरेस्ट की चोटियां या समुंदर का विस्तार हो एक ही संदेश आता है कि योग सभी का है और सभी के लिए है।
पीएम ने कहा कि साथियों दुर्भाग्य से दुनिया तनाव, अशांति और अस्थिरता से गुजर रही है। कई क्षेत्रों में यह स्थितियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। ऐसे समय में योग हमें शांति का रास्ता दिखाता है। योग उस पॉज बटन की तरह है जिसकी इंसानियत को जरूरत है- ताकि हम रुक सकें, सांस ले सकें, संतुलन बना सकें और फिर से खुद को पूर्ण महसूस कर सकें।
पीएम ने कहा कि योग को सिर्फ पर्सनल प्रेक्टिस न बनाएं, बल्कि ग्लोबल पार्टनरशिप का माध्यम बनाएं। योग को लोकनीति का हिस्सा बनाएं। जब जनता लक्ष्य को थाम लेती है तो उस लक्ष्य की प्राप्ति से हमें कोई रोक नहीं पाता। आपके प्रयास यहां इस आयोजन में नजर आ रहे हैं। मी टु वी का भाव भारत की आत्मा का साथ है।
पीएम ने कहा कि भारत विश्व में योग के प्रसार के लिए योग के साइंस को आधुनिक रिसर्च से विस्तृत कर रहा है। हम योग के क्षेत्र में प्रमाण आधारित थेरेपी को भी बढ़ावा दे रहे हैं। इस दिशा में दिल्ली एम्स ने सराहनीय काम किया है। आज हील इन इंडिया का मंत्र भी दुनिया में काफी पॉपुलर हो रहा है। भारत बेस डेस्टिनेशन बन रहा है। योग की इसमें बड़ी भूमिका है। योग के लिए कॉमन प्रोटोकाल बनाया गया है।