थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सतना में अपने बचपन के स्कूल का दौरा किया। उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' को 'धर्म युद्ध' बताते हुए Three-A (Attitude, Adaptibility, Ability) का सफलता मंत्र दिया।
By: Ajay Tiwari
भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी शनिवार को 53 साल बाद अपने बचपन के स्कूल सरस्वती हायर सेकेंडरी स्कूल, सतना पहुंचे। इस भावुक अवसर पर उन्होंने छात्रों को सफलता का मंत्र दिया और राष्ट्रीय एकता के प्रतीक 'ऑपरेशन सिंदूर' पर महत्वपूर्ण बयान दिया।

जनरल द्विवेदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर बोलते हुए इसे एक 'धर्म युद्ध' बताया और स्पष्ट किया कि यह आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा, "हमने किसी भी निर्दोष को नुकसान नहीं पहुंचाया, न ही नमाज या प्रार्थना के समय हमला किया।" यह स्पष्ट संदेश दिया गया कि भारतीय सेना धर्म युद्ध के अनुयायी हैं और यही नीति अपनाएंगे। उन्होंने कहा कि इस अभियान ने पूरे देश को एक सूत्र में बांधा और सिद्धांत तथा तकनीक के संयोजन से मिशन सफल हुआ।
अपने पुराने स्कूल लौटकर आर्मी चीफ भावुक हो गए। उन्होंने अपने विद्यार्थी जीवन के योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि चौथी कक्षा में इसी स्कूल से उन्हें निर्णय लेने की क्षमता मिली, जिसने उन्हें सेना में कई सफलताएं दिलाईं और ऑपरेशन सिंदूर में निर्णायक सफलता सुनिश्चित की। यह वही स्कूल है जिसने उनके व्यक्तित्व और राष्ट्र सेवा के संकल्प को मजबूत किया।

जनरल द्विवेदी ने छात्रों को सफलता का Three-A मंत्र दिया, जिसे भविष्य के विकसित भारत (2047) के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण बताया..
Attitude (रवैया): इससे सकारात्मक दृष्टिकोण और पॉजिटिविटी आती है।
Adaptibility (अनुकूलनशीलता): इससे आप समय के साथ बदलाव ला सकते हैं।
Ability (क्षमता): यह आपको हर क्षेत्र में सफलता दिलाएगी।