25 नवंबर को राम मंदिर ध्वजारोहण के लिए अयोध्या एयरपोर्ट पर 45 से अधिक प्राइवेट जेट्स उतरेंगे। सुरक्षा में 48 नए CISF जवान तैनात, 4 नए VIP लाउंज तैयार।
By: Ajay Tiwari
Nov 18, 20257:17 PM
नई दिल्ली/अयोध्या: स्टार समाचार वेब
उत्तर प्रदेश के अयोध्या स्थित राम मंदिर में 25 नवंबर को होने वाला ध्वजारोहण कार्यक्रम एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में छाने को तैयार है। इस भव्य आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश-विदेश के शीर्ष राजनीतिक, धार्मिक और फिल्मी जगत के सितारों के जुटने की संभावना है। इस भारी वीवीआईपी मूवमेंट को देखते हुए महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षा और प्रबंधन की तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही हैं।
वीवीआईपी आवाजाही को देखते हुए अयोध्या एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के 48 नए जवान तैनात किए गए हैं, जिन्होंने सोमवार से ही फ्रंटलाइन सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल ली है। ये जवान एयरसाइड से लेकर टर्मिनल, वीआईपी गेट और लाउंज क्षेत्रों तक मल्टी-लेयर सिक्योरिटी तैयार कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, सीआरपीएफ, आईबी और स्थानीय पुलिस संयुक्त रूप से पूरे परिसर की सुरक्षा की कमान संभाल रही हैं। सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं।
कार्यक्रम की भव्यता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उस दिन लगभग 45 से अधिक प्राइवेट जेट्स अयोध्या एयरपोर्ट पर उतरेंगे। चार्टर विमानों की इस रिकॉर्ड संख्या को संभालने के लिए एयरपोर्ट प्रबंधन ने एक विशेष लेन मैनेजमेंट प्लान तैयार किया है। इस प्लान के तहत, हर विमान की लैंडिंग, टैक्सी और स्टैंडिंग मूवमेंट को मिनट-टू-मिनट तय किया गया है।
अयोध्या एयरपोर्ट पर सीमित पार्किंग क्षमता के चलते, कई जेटों को वाराणसी, गोरखपुर, श्रावस्ती और आसपास के अन्य एयरपोर्टों पर भेजा जाएगा। इन एयरपोर्टों पर जेटों के लिए पार्किंग जोन पहले से ही आरक्षित कर दिए गए हैं। प्राइवेट जेट्स के लिए पहले दो घंटे की पार्किंग मुफ्त रहेगी, जिसके बाद एयरपोर्ट नियमानुसार लैंडिंग फीस, पार्किंग चार्ज और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) उपयोग शुल्क लागू होंगे।
हाई-प्रोफाइल अतिथियों की सुविधा के लिए अयोध्या एयरपोर्ट प्रशासन ने चार नए लाउंज बनाने का निर्णय लिया है। इनमें एक वीवीआईपी लाउंज, दो प्रीमियम गेस्ट लाउंज और एक ऑपरेशनल हैंडलिंग लाउंज शामिल हैं। इन लाउंजों का निर्माण अंतिम चरण में है और इन्हें 25 नवंबर के कार्यक्रम से पहले पूरी तरह संचालित कर दिया जाएगा।
एयरपोर्ट डायरेक्टर धीरेंद्र सिंह ने यात्रियों से अपील की है कि 25 नवंबर को उड़ान भरने वाले यात्री सुरक्षा जांच के कड़े स्तर को देखते हुए कम से कम तीन घंटे पहले एयरपोर्ट पहुँचें। उन्होंने बताया कि उस दिन सामान की स्कैनिंग और चेकिंग में सामान्य दिनों की तुलना में अधिक समय लग सकता है। आम यात्रियों को वीआईपी मूवमेंट के दौरान परेशानी न हो, इसके लिए अलग मार्ग, अलग कतारें और अलग लाउंज की व्यवस्था की जा रही है।