78वें आलमी तबलीगी इज्तिमा (14-17 नवंबर) के लिए भोपाल तैयार। ईटखेड़ी में लाखों श्रद्धालु जुटेंगे। 4500 अतिरिक्त पुलिस बल की मांग, 150 ट्रेनों का संचालन प्रभावित और ट्रैफिक डायवर्जन लागू।
By: Ajay Tiwari
Nov 09, 20254:38 PM
भोपाल. स्टार समाचार वेब
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 14 से 17 नवंबर 2025 तक आयोजित होने वाले 78वें आलमी तबलीगी इज्तिमा (आलमी इज्तिमा) की तैयारियाँ अपने अंतिम चरण में हैं। ईटखेड़ी (घासीपुरा) में होने वाले इस चार दिवसीय विशाल धार्मिक समागम में देश और विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इस भव्य आयोजन को शांतिपूर्वक और सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए पुलिस, रेलवे और प्रशासन ने सुरक्षा, ट्रैफिक नियंत्रण और भीड़ प्रबंधन के लिए व्यापक और विशेष इंतजाम किए हैं।
इज्तिमा के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। भोपाल रेलवे स्टेशन से लेकर नादरा बस स्टैंड और इज्तिमा स्थल तक कड़ी निगरानी रहेगी।
सुरक्षा बल: लगभग 850 पुलिसकर्मी, जिनमें आरपीएफ, जीआरपी, और स्थानीय थाना पुलिस के जवान शामिल हैं, लगातार ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। प्रशासन ने इसके अतिरिक्त 4,500 पुलिसकर्मियों की मांग की है, जिन्हें सुरक्षा, यातायात और सामान्य व्यवस्था में लगाया जाएगा।
निगरानी: प्लेटफॉर्म, स्टेशन परिसर और इज्तिमा स्थल पर अतिरिक्त पुलिस चौकियाँ स्थापित की जा रही हैं। सुरक्षा निगरानी के लिए पूरे क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं।
पेट्रोलिंग: डायल-112 की गाड़ियाँ पूरे इज्तिमा क्षेत्र में लगातार गश्त करेंगी, ताकि किसी भी आपात स्थिति पर तुरंत नियंत्रण पाया जा सके।
श्रद्धालुओं की भारी आवाजाही को देखते हुए परिवहन व्यवस्था को विशेष रूप से प्रबंधित किया गया है:
ट्रेन संचालन: यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 150 से अधिक ट्रेनों के कोचों की संख्या सीमित रखी जाएगी। रेलवे ने बिना आरक्षण वाले यात्रियों के लिए मोबाइल टिकट वैन की सुविधा उपलब्ध कराई है, जो रेलवे स्टेशन पर टिकट खरीदने की प्रक्रिया को आसान बनाएगी।
ट्रैफिक डायवर्जन: इज्तिमा स्थल तक पहुंचने वाले छह प्रमुख मार्गों को श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए आरक्षित किया गया है, जबकि मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन लागू रहेगा। आम नागरिकों के लिए वैकल्पिक रास्ते निर्धारित किए गए हैं ताकि सामान्य यातायात अप्रभावित रहे।
इज्तिमा स्थल पर दमकल दलों (फायर टीम) की विशेष टीम तैनात की जाएगी। इसके अतिरिक्त, प्रति शिफ्ट 500 वालंटियर्स की तैनाती की गई है, जो लाखों श्रद्धालुओं को दिशा-निर्देश देंगे और आपातकालीन सहायता प्रदान करेंगे। नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और रेलवे ने मिलकर अस्थायी शौचालय, पानी, मेडिकल सहायता और सफाई की व्यापक व्यवस्था सुनिश्चित की है। बैरिकेडिंग और चेकिंग प्वाइंट की सख्त व्यवस्था भी की गई है।
प्रशासन और आयोजन समिति का साझा लक्ष्य है कि यह वार्षिक आयोजन पूरी शांति, अनुशासन और सौहार्द के साथ संपन्न हो। प्रशासन ने जोर दिया है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इस आयोजन को प्रबंधन की मिसाल बनाना है।