छतरपुर जिले की जनपद पंचायत बड़ामलहरा के संबल शाखा में पदस्थ बाबू मुकेश वर्मा को लोकायुक्त सागर टीम ने 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। मृतक संबल कार्डधारी के परिजनों की सहायता राशि जारी करने के लिए घूस मांगी गई थी। कार्रवाई के बाद कार्यालय में सन्नाटा छा गया।
By: Yogesh Patel
Aug 14, 2025just now
हाइलाइट्स:
छतरपुर, स्टार समाचार वेब
जनपद पंचायत बड़ामलहरा के संबल शाखा में पदस्थ बाबू मुकेश वर्मा को लोकायुक्त सागर की टीम ने बुधवार को दस हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। यह कार्रवाई जनपद कार्यालय के मीटिंग हॉल में हुई, जिसके बाद पूरे कार्यालय में सन्नाटा पसर गया। घटना के बाद सभी शाखाओं के दरवाजे बंद कर दिए गए और कर्मचारी-अधिकारी मौके से नदारद हो गए।
सहायता राशि का मामला
मामला सलैया निवासी संबल कार्डधारी राहुल लोधी की मौत से जुड़ा है, जिनका निधन 23 सितंबर 2024 को हो गया था। संबल योजना के तहत मृतक के परिजनों को दो लाख रुपए की सहायता राशि मिलनी थी, लेकिन बाबू मुकेश वर्मा ने इस राशि को जारी करने के बदले
20 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। मृतक के चाचा, शिकायतकर्ता राजेंद्र सिंह लोधी ने इस रिश्वतखोरी की शिकायत लोकायुक्त सागर में दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर बुधवार को लोकायुक्त निरीक्षक रंजीत सिंह के नेतृत्व में ट्रैप टीम बनाई गई, जिसमें निरीक्षक कमल सिंह उइके, प्रधान आरक्षक महेश हजारी, आरक्षक संतोष गोस्वामी, अरविंद नायक, राघवेंद्र सिंह और गोल्डी पासी शामिल थे। योजना के तहत
शिकायतकर्ता ने तय राशि में से 10 हजार रुपए बाबू को देने के लिए मीटिंग हॉल में बुलाया। जैसे ही मुकेश वर्मा ने रुपए लिए, टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया।
कार्रवाई के बाद हड़कंप
लोकायुक्त की कार्रवाई की खबर फैलते ही जनपद पंचायत कार्यालय में हड़कंप मच गया। कई कर्मचारी अपनी-अपनी कुर्सियां छोड़कर चले गए और शाखाओं के ताले लगा दिए गए।