मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जनजातीय गौरव दिवस पर आलीराजपुर में ₹200 करोड़ के 156 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन किया। उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा और शहीद छीतु किराड़ की प्रतिमा का अनावरण किया। जानें किसान मुआवजा और लाड़ली बहना योजना की घोषणाएँ।
By: Ajay Tiwari
Nov 15, 20255:02 PM
हाइलाइट्स
जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस दिन को दीपावली और होली के समान महत्व का बताया। आलीराजपुर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में शामिल होते हुए, उन्होंने भारत माता के महान सपूत, जनजातीय अस्मिता के संरक्षक, धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को धूमधाम से मनाने पर हर्ष व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें भगवान बिरसा मुंडा और 1857 के संग्राम के महान योद्धा शहीद छीतु किराड़ की प्रतिमाओं का अनावरण करने का अवसर मिला। उन्होंने शहीद छीतु किराड़ के पराक्रम को याद किया, जिन्होंने जनजातीय शक्ति को संगठित करके अंग्रेजों को कड़ी चुनौती दी थी। मुख्यमंत्री ने आलीराजपुर को जनजातीय संस्कृति और स्वाभिमान की भूमि बताया।
डॉ. यादव ने ज़ोर दिया कि देश की आज़ादी में जनजातीय नायकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जिन्हें स्वतंत्रता के बाद अपेक्षित सम्मान नहीं मिल पाया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में, इन जनजातीय नायकों के गौरव को उनकी सही प्रतिष्ठा के साथ फिर से स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने आलीराजपुर का नाम राजा आलिया के नाम पर होने का उल्लेख करते हुए इसे जिले की उचित पहचान बताया।

मुख्यमंत्री ने इस शुभ अवसर पर आलीराजपुर जिले को ₹200 करोड़ की लागत के 156 विकास कार्यों की सौगात दी। उन्होंने घोषणा की कि ये परियोजनाएं जनजातीय भाई-बहनों की शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे को मजबूत करेंगी। उन्होंने लगभग ₹200 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण किया, जिसमें पलासा पानी तालाब, मसनी बैराज, उच्च स्तरीय पुल, सांदीपनि विद्यालय, सीनियर छात्रावास, प्राथमिक एवं सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने ₹50 करोड़ लागत के 51 विकास कार्यों का भूमि-पूजन भी किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने घोषणा की कि पात्र किसानों को पीले मोजैक रोग से फसलों को हुए नुकसान के लिए ₹45 करोड़ का मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार गेहूं की खरीद ₹2600 प्रति क्विंटल की दर से करेगी और किसानों को मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत ₹6000 का अतिरिक्त लाभ मिल रहा है।
लाड़ली बहना योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि अब बहनों को प्रति माह ₹1500 की राशि मिल रही है। उन्होंने नर्मदा नदी से सिंचाई सुविधा मिलने पर 170 गांवों के लाभान्वित होने और हीरा तराशने के उद्योगों से नए रोज़गार सृजित होने की बात भी कही।