रीवा स्थित श्याम शाह मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर विवाद गहरा गया है। गायनी विभाग की एचओडी डॉ. बीनू सिंह को, विभागीय विवाद और चिकित्सकों के इस्तीफे के बीच, एमडीआरयू का नोडल अधिकारी बनाए जाने का गुपचुप आदेश सामने आया है, जिससे डीन की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए हैं।
By: Star News
Dec 20, 20252:56 PM
हाइलाइट्स:
रीवा, स्टार समाचार वेब
श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के डीन का एक और कारनामा सामने आया है। जिस गायनी विभाग की एचओडी को लेकर बवाल बचा हुआ है। उसी एचओडी को डीन ने एमडीआरयू की भी जिम्मेदारी सौंप दी है। गुपचुप तरीके से आदेश भी जारी कर दिया गया। आदेश कई दिनों तक दबा रहा। फिर अचानक से एक्टिव हो गया। इस आदेश ने कई तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं।
आपको बता दें कि श्याम शाह मेडिकल कॉलेज से संबद्ध गांधी स्मृति चिकित्सालय का गायनी विभाग डॉक्टरों के इस्तीफा को लेकर सुर्खियों में बना हुआ है। विभाग के 7 चिकित्सकों ने एचओडी डॉ बीनू सिंह के खिलाफ ही मोर्चा खोल दी थी। इसकी शिकायत डिप्टी सीएम तक से की थी। इतना ही नहीं एचओडी के व्यवहार से नाराज चार चिकित्सकों ने इस्तीफा भी दे दिया। अभी गायनी विभाग का विवाद शांत भी नहीं हुआ था कि डीन ने विवादित एचओडी को एक और जिम्मेदारी सौंप दी। संजय गांधी अस्पताल के रेडियोलॉजी विभाग के पास ही एमडीआरयू संचालित है। इस एमडीआरयू का नोडल भी गायनी विभाग की एचओडी को बनाने का आदेश जारी कर दिया गया है। इस आदेश ने डीन पर लगे आरोपों को भी बल दे दिया है। डीन पर आरोप लग रहा था कि वह सिर्फ एचओडी का ही पक्ष लेते हैं। नोडल अधिकारी बनाए जाने से अब चर्चाएं फिर एक बार जोरों पर हैं।
पुराने नोडल अधिकारी को भनक तक नहीं लगी
डीन ने एमडीआरयू यानि मल्टी डिसीप्लीनरी रिसर्च यूनिट के नोडल अधिकारी के प्रभार में परिवर्तन का आदेश इतना गुपचुप तरीके से किया कि इसकी भनक पुराने नोडल अधिकारी को लगी ही नहीं। आदेश करने के बाद कई दिनों तक पत्र दबा रहा। फिर अचानक सामने आया। जब इसकी जानकारी अधिकारियों को हुई तब तक देर हो चुकी थी। कुल मिलाकर डीन के इस आदेश से कईयों को झटका लगा है।