दिल्ली में लाल किले के पास आतंकी डॉ. उमर उन नबी द्वारा कार धमाके की साजिश रचने का मामला सामने आया है। NIA ने फरीदाबाद से विस्फोटक ढुलाई में इस्तेमाल EcoSport कार (DL10CK-0458) बरामद की। अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े असिस्टेंट गिरफ्तार, दो अन्य कारें भी जब्त।
By: Ajay Tiwari
Nov 13, 20254:50 PM
नई दिल्ली. स्टार समाचार वेब
दिल्ली के लाल किले के पास कार में धमाका करने की आतंकी साजिश का खुलासा हुआ है। इस मामले में डॉ. उमर उन नबी नामक आतंकी से जुड़ी एक EcoSport कार (DL10CK-0458) फरीदाबाद के खंदावली गांव से बरामद की गई है। फोरेंसिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि इस कार का इस्तेमाल विस्फोटक सामग्री की ढुलाई के लिए किया गया था।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) की टीमें बुधवार शाम से ही खंदावली गांव में खड़ी इस लाल रंग की EcoSport कार की जांच में जुटी थीं, जो पिछले दो दिनों से वहीं खड़ी थी।
इस कार को यहां खड़ा करने वाले फहीम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। फहीम अल-फलाह यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है और वह आतंकी डॉ. उमर का सहायक भी है। फहीम ने अपनी बहन के घर के पास मंगलवार रात को यह कार खड़ी की थी। कार बरामद होने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर आसपास के 200 मीटर के क्षेत्र को सील कर घरों को खाली करा लिया गया।
इस मॉड्यूल से जुड़ी तीसरी कार, एक Brezza, अल-फलाह यूनिवर्सिटी के परिसर के अंदर से बरामद की गई है। यह कार कथित तौर पर महिला आतंकी डॉ. शाहीन के नाम पर पंजीकृत है। हरियाणा पुलिस की बम स्क्वॉड टीम इसकी जांच कर रही है। सुरक्षा एजेंसियां अब इस मामले में शामिल चौथी कार, एक Swift Dzire, की तलाश कर रही हैं।
विस्फोटक सामग्री की बिक्री के संदेह में, केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने गुरुग्राम, फरीदाबाद और नूंह में खाद डीलरों के ठिकानों पर छापेमारी की। नूंह से एक खाद डीलर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
इस बीच, नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल (NAAC) ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद को फर्जी तरीके से मान्यता का दावा करने के लिए कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice) जारी किया है। NAAC ने साफ किया है कि यूनिवर्सिटी न तो उनसे मान्यता प्राप्त है और न ही उसने इसके लिए कोई आवेदन किया था। विश्वविद्यालय ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर गलत दावा किया था, जिसके बाद अब वेबसाइट को बंद कर दिया गया है।
जांच के दौरान, अल-फलाह यूनिवर्सिटी से डॉ. उमर और एक अन्य व्यक्ति मुजम्मिल से जुड़ी डायरियां और दस्तावेज़ बरामद हुए हैं। इन दस्तावेज़ों में 'ऑपरेशन' जैसे कोड वर्ड लिखे होने की जानकारी सामने आई है।