टोकन मिलने के एक माह बाद भी मिल रहा खाद, बिना वितरण बही में चढ़ाया
By: Gulab rohit
नर्मदापुरम। नर्मदापुरम जिले में डीएपी और यूरिया की किल्लत खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। किसान एक, डेढ़ माह से खाद के लिए भटक रहे। लेकिन बावजूद उनकी परेशानी खत्म नहीं हो रही। शुक्रवार को डबल लॉक गोदाम नर्मदापुरम में बड़ी संख्या में किसान डीएपी और यूरिया के लिए पहुंचे। जहां धूप में किसान परेशान होते रहे।
किसानों ने खाद वितरण में धांधली ओर गड़बड़ी के आरोप लगाएं। किसानों ने कहा 22 सितम्बर को टोकन मिला। लेकिन आज तक हमें डीएपी यूरिया नहीं मिला। जबकि खाद के ट्रक बार बार आ रहे है। वितरण व्यवस्था से किसान आक्रोशित हो गए। सूचना मिलने के बाद नगर तहसीलदार सरिता मालवीय भी मौके पर पहुंची।
उन्होंने किसानों से बातचीत कर व्यवस्था सुधारने की बात कही। खाद लेने पहुंची एक युवती ने तहसीलदार से कहा 22 सितम्बर को हमने कागज जमा किए थे। जो यहां नहीं मिल रहे। आज फिर दोबारा कागज लेकर आएं है। किसानों के आक्रोश को तहसीलदार ने शांत कराया। फिर खुद मौके पर बैठकर खाद वितरण शुरू कराया।
बही में वितरण चढ़ाया, नहीं मिला खाद
ग्राम दीवान खरार के किसान कमलेश गौर ने डीएपी यूरिया में धांधली का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि खाद के लिए एक महीने से ज्यादा समय हो गया लेकिन अब तक हमें नहीं मिला। उल्टा गोदाम में 10अक्टूबर को हमारी बही बुक में यूरिया देने की एंट्री कर दी। लेकिन हमें अभी तक नहीं मिला है।
तालनगरी के किसान करण कीर ने कहा गोदाम पर जो ज्यादा चिल्लाता या प्रभावशील व्यक्ति होता है, उसे आसानी से डीएपी यूरिया मिल रहा। हमें नहीं दें रहे। हमारे साथ के किसानों को टोकन मिला। उन्हें आज वितरित किया और हमें नहीं दें रहे।
एक माह पहले टोकन दिया, नहीं आ रहा नंबर
कांद्राखेड़ी निवासी राहुल गौर ने कहा 22 सितम्बर को मैंने टोकन लिया। कागज जमा किए 25 दिन हो गए लेकिन डीएपी, यूरिया के नाम पर जीरो स्थिति है। खाद मिलने का कोई भरोसा नहीं जबकि चने फसल में खाद की जरूरत है। किसानों ने डबल लॉक गोदाम पर कर्मचारी बढ़ाने की बात नहीं कही।
उन्होंने कहा बड़ी संख्या में किसान खाद लेने आ रहे, लेकिन बिल और कागज जमा करने वाले मात्र दो कर्मचारी। इसलिए स्टाफ की संख्या बढ़ानी चाहिए।
ब्लैक में खाद, टोकन बेचने और गाली देने के आरोप
किसान संजय गौर ने कहा आरोप लगाया कि खाद के स्टॉक, वितरित टोकन और खाद वितरण की मॉनिटरिंग नहीं होने से व्यवस्था में गड़बड़ी हो रही। खाद और टोकन दोनों ब्लैक में बिक रहा है। मेरे पास 6 तारीख और 22 तारीख के टोकन है। पर खाद नहीं मिल रहा। जब आपत्ति ली तो गोदाम प्रभारी ने हमें गालियां दी। प्रशासन की सख्ती होना चाहिए।
लिस्ट अनुसार खाद वितरित कर रहे
गोदाम प्रभारी संजय कुमार ने कहा मैंने 3 दिन पहले ही चार्ज लिया है। हमारे पास जो पूर्व के टोकन की लिस्ट है। उसी अनुसार खाद का वितरण हम कर रहे है। खाद पर्याप्त मात्रा में आ रहा है। किसी भी किसान से मैंने बदतमीजी या गाली नहीं दी।