असम के कोकराझार में देर रात (लगभग 10:30 बजे) IED ब्लास्ट से रेलवे ट्रैक बुरी तरह क्षतिग्रस्त। ट्रेन सेवाएं प्रभावित, कई ट्रेनें रद्द/डायवर्ट। RPF, GRP और स्थानीय पुलिस मौके पर, उच्च स्तरीय जांच जारी।
By: Ajay Tiwari
Oct 23, 202544 minutes ago
असम के रेलवे नेटवर्क पर बुधवार देर रात (लगभग 10:30 बजे) एक गंभीर सुरक्षा उल्लंघन का मामला सामने आया है। अज्ञात उपद्रवियों ने एक रेलवे ट्रैक पर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) का उपयोग कर जोरदार धमाका किया, जिससे ट्रैक का एक बड़ा हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। यह घटना राज्य के कोकराझार और सालाकाटी रेलवे स्टेशनों के बीच होने की आशंका है।
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, यह विस्फोट इतना तीव्र था कि रेलवे लाइन को काफी नुकसान पहुंचा है, जिससे तत्काल प्रभाव से ट्रेन सेवाओं को रोकना पड़ा।
इस विध्वंसक घटना के कारण पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे (NFR) पर यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए तत्काल कई बड़े कदम उठाए:
ट्रेनें रद्द: कई लंबी दूरी की ट्रेनों को तत्काल प्रभाव से रद्द करना पड़ा।
मार्ग परिवर्तन (डायवर्जन): कुछ महत्वपूर्ण ट्रेनों को अन्य मार्गों से डायवर्ट करके चलाया जा रहा है, जिससे यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने में अतिरिक्त समय लग रहा है।
विलंबन: कई ट्रेनें रास्ते में रोक दी गईं, जिसके कारण हजारों यात्री विभिन्न स्टेशनों पर फंसे हुए हैं और ट्रेन सेवाओं में व्यापक विलंब हुआ है।
विस्फोट की सूचना मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल (RPF), राजकीय रेलवे पुलिस (GRP), और स्थानीय पुलिस की उच्च स्तरीय टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं। अधिकारियों ने मौके पर मिले साक्ष्यों के आधार पर यह आशंका व्यक्त की है कि यह हमला आईईडी ब्लास्ट के जरिए किया गया है।
सुरक्षा और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया है और जांच शुरू कर दी गई है।
मरम्मत कार्य: रेलवे प्रशासन ने तुरंत ट्रैक की मरम्मत और राहत कार्य शुरू कर दिया है। युद्धस्तर पर कार्य करते हुए, रेलवे टीमें ट्रैक को जल्द से जल्द बहाल करने का प्रयास कर रही हैं ताकि यातायात सामान्य हो सके।
जांच का दायरा: पुलिस और खुफिया एजेंसियां इस घटना के पीछे के मकसद और हमलावरों की पहचान करने के लिए गहन जांच कर रही हैं। क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया गया है।
इस घटना ने एक बार फिर महत्वपूर्ण सार्वजनिक बुनियादी ढांचे की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि यह किसी आतंकवादी या उग्रवादी समूह की गतिविधि है, या इसके पीछे कोई अन्य कारण है। विस्तृत जानकारी जांच पूरी होने के बाद ही सामने आ पाएगी।