खंडवा जिले के जावर थाना क्षेत्र के एक मदरसे से पुलिस ने इमाम जुबेर अंसारी के कमरे से 12 लाख रुपये से अधिक के नकली नोट बरामद किए हैं। महाराष्ट्र की मालेगांव पुलिस ने जुबेर और उसके साथी नजीम को 10 लाख रुपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था। खंडवा पुलिस अब बड़े तस्करी नेटवर्क की जांच कर रही है।
By: Ajay Tiwari
Nov 02, 20255:56 PM
मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में एक बड़े नकली नोट रैकेट का खुलासा हुआ है। जिले के जावर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पैठियां (मछौड़ी रैय्यत) स्थित एक मदरसे से पुलिस ने बड़ी मात्रा में नकली नोटों के बंडल जब्त किए हैं। रविवार (2 नवंबर) की शाम तक लगभग 12 लाख रुपये के नकली नोटों की पुष्टि हुई है, हालांकि यह आंकड़ा 16 लाख रुपये से अधिक होने की आशंका है।
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब महाराष्ट्र के मालेगांव पुलिस ने मदरसे के इमाम, जुबेर पिता अशरफ अंसारी, को उसके एक साथी नजीम अकम अयूब अंसारी के साथ गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी बुरहानपुर के निवासी हैं। पुलिस ने इन दोनों को मुंबई-आगरा हाईवे पर मालेगांव की ओर नकली नोट लेकर जाते समय एक जाल बिछाकर दबोचा था। उनके पास से 500 रुपये मूल्य के कुल 2,000 नकली नोट यानी 10 लाख रुपये जब्त किए गए।
मालेगांव पुलिस से सूचना मिलते ही खंडवा पुलिस तुरंत ग्राम पैठियां स्थित मदरसे पहुँची। जुबेर मदरसे की ऊपरी मंजिल पर एक किराए के कमरे में रहता था। गहन तलाशी अभियान के बाद, पुलिस को उस कमरे से एक बैग में बड़ी संख्या में नकली नोटों के बंडल मिले, जिनकी कुल कीमत 16 लाख रुपये के आसपास होने का अनुमान है। बरामद नकली नोटों की गिनती और जांच जारी है।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार इमाम जुबेर मूल रूप से बुरहानपुर जिले के हरिपुरा क्षेत्र का निवासी है। पुलिस को संदेह है कि यह नकली नोटों की तस्करी का एक बड़ा और संगठित नेटवर्क हो सकता है। पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि उनकी सप्लाई चेन और इस अपराध में शामिल अन्य साथियों की जानकारी जुटाई जा सके।
मालेगांव पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से 10 लाख रुपये के नकली नोटों के अलावा दो मोबाइल हैंडसेट और एक बैग भी जब्त किया। भारतीय न्याय संहिता 2023 की धाराओं 179, 180 और 3(5) के तहत मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को 8 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है।