शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में चुनाव सुधारों पर चर्चा। राहुल गांधी ने RSS पर ED, CBI, IB और चुनाव आयोग को नियंत्रित करने का आरोप लगाया। अखिलेश यादव ने SIR को NRC से जोड़ा।
By: Ajay Tiwari
Dec 09, 20255:08 PM
नई दिल्ली: स्टार समाचार वेब
संसद के शीतकालीन सत्र के सातवें दिन मंगलवार को लोकसभा में चुनाव सुधारों (Electoral Reforms) और मतदाता सूची के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) पर तीखी बहस देखने को मिली। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर देश की संवैधानिक संस्थाओं पर नियंत्रण स्थापित करने का गंभीर आरोप लगाया।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि RSS देश की सभी संस्थाओं—जैसे ED, CBI, IB, आयकर विभाग, और सबसे महत्वपूर्ण चुनाव आयोग—पर कब्ज़ा करना चाहता है, और भाजपा चुनाव में इसका इस्तेमाल कर रही है। राहुल ने कहा, शिक्षण संस्थाओं पर कब्ज़ा किया गया है। कुलपतियों (VC) की नियुक्ति योग्यता के आधार पर नहीं, बल्कि एक संगठन से जुड़ाव के आधार पर की गई है। CBI और ED पर भी एक संस्था से जुड़े लोगों ने कब्ज़ा किया है। उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) की नियुक्ति प्रक्रिया से सीजेआई (CJI) को हटाने और 2024 लोकसभा चुनाव से ठीक पहले चुनाव आयुक्त को दंडित न किए जाने संबंधी दिसंबर 2023 के नियम बदलावों को भी सत्ता के साथ चुनाव आयोग के तालमेल का सबूत बताया।
राहुल गांधी ने चुनाव सुधारों को आवश्यक बताते हुए कहा कि सभी राजनीतिक दलों को मशीन रीडेबल वोटर लिस्ट चुनाव से एक महीने पहले मिलनी चाहिए। उन्होंने वोट चोरी को एंटी नेशनल काम बताया और ईवीएम (EVM) देखने की मांग की।
उन्होंने चुनाव आयोग पर प्रूफ के साथ सवालों का जवाब न देने का आरोप लगाते हुए कहा बिहार में SIR के बाद वोटर लिस्ट में 1 लाख 22 हजार डुप्लीकेट फोटो छपी हैं। हरियाणा में एक ब्राजीलियन महिला की फोटो 22 बार वोटर लिस्ट पर छपी है। हमने हरियाणा और महाराष्ट्र में वोट चोरी साबित की।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार और चुनाव आयोग पर SIR के बहाने अंदर ही अंदर NRC (राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर) वाला काम करने का आरोप लगाया TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने SIR को 'वोट डिलीट करने का टूल' बताया और कहा कि चुनाव आयोग किसी व्यक्ति की नागरिकता तय करने की अथॉरिटी नहीं है।
राहुल गांधी के संगठन (RSS) का नाम लेने और तस्वीरों का जिक्र करने पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें टोका। स्पीकर ने कहा कि वह नेता प्रतिपक्ष हैं और उन्हें गरिमा से बोलना चाहिए, अन्यथा सदन नहीं चलेगा।
नेता प्रतिपक्ष समय खराब न करें
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी आपत्ति जताते हुए कहा कि अगर नेता प्रतिपक्ष विषय पर ही नहीं बोलेंगे, तो क्यों सबका समय खराब कर रहे हैं। इस हंगामे के बावजूद, राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा है, और उनके पास अपने आरोपों के सबूत हैं।