मोकामा विधानसभा उपचुनाव में जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह गिरफ्तार। पटना में पूछताछ के बाद कोर्ट ने भेजा जेल। पुलिस ने 80 से अधिक लोगों को किया गिरफ्तार। पीड़ित परिवार ने की फांसी और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग। चुनाव आयोग ने दी कड़ी चेतावनी।
By: Ajay Tiwari
Nov 02, 20254:15 PM
पटना. स्टार समाचार वेब
मोकामा विधानसभा उपचुनाव प्रचार के दौरान जनसुराज पार्टी के प्रत्याशी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में जनता दल यूनाइटेड (JDU) के प्रत्याशी अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। रविवार की सुबह से दोपहर 12 बजे तक पटना एसएसपी ऑफिस के रंगदारी सेल में उनसे गहन पूछताछ चली।
पूछताछ के बाद अनंत सिंह को कोर्ट में पेश किया गया। पटना पुलिस ने उन्हें रिमांड पर लेने की मांग नहीं की, जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेज दिया। सुरक्षा कारणों से पूरे इलाके में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा।
पुलिस जांच और झड़प की जानकारी
डीजीपी विनय कुमार ने इस घटना पर बयान देते हुए बताया कि दुलारचंद यादव की मौत दोनों प्रत्याशियों के समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़प का नतीजा थी। दोनों पक्षों के वाहन सवार समर्थकों के बीच टकराव हुआ और पथराव भी किया गया था।
गिरफ्तारियाँ: इस मामले में अब तक अनंत सिंह सहित 80 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
जाँच: डीजीपी ने स्पष्ट किया कि गिरफ्तारियाँ सबूतों के आधार पर की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक हत्या में इस्तेमाल हुआ हथियार बरामद नहीं हुआ है और पुलिस गोली चलाने वाले की पहचान स्थापित करने का प्रयास कर रही है। हथियार मिलने के बाद फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त की चेतावनी
इस संवेदनशील मामले पर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने साफ किया कि चुनाव आयोग के लिए न कोई पक्ष है और न कोई विपक्ष। उन्होंने स्पष्ट किया कि हिंसा की कोई भी गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी और माहौल खराब करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पीड़ित परिवार की न्याय की मांग
दुलारचंद यादव के पौत्र नीरज यादव ने अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर संतोष व्यक्त किया, लेकिन साथ ही अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई। नीरज यादव ने मांग की है कि अनंत सिंह को फांसी की सज़ा दी जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि अनंत सिंह के 'सरदार' होने के बावजूद, उनके चार अन्य साथी (चेला) खुलेआम घूम रहे हैं, जो उनके और उनके परिवार के लिए खतरा बने हुए हैं। नीरज ने दावा किया कि इस मामले के पीछे एक बड़ी साजिश है और बाकी चार आरोपियों को 6 नवंबर के बाद गिरफ्तार करने की 'साजिश' रची जा रही है। उन्होंने सरकार से न्याय दिलाने की अपील की है।
नेताओं की प्रतिक्रिया
इस गिरफ्तारी पर बिहार के राजनीतिक नेताओं की प्रतिक्रिया
तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव: राजद नेता तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव ने इस गिरफ्तारी को 'निश्चित' बताया, क्योंकि अनंत सिंह पर पहले से ही आपराधिक मामले दर्ज हैं।
जीतन राम मांझी: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कानून व्यवस्था की तारीफ करते हुए कहा कि कानून सबके लिए समान है और पुलिस प्रशासन सही ढंग से अपना काम कर रहा है।