चित्रकूट में लगातार बारिश से मंदाकिनी नदी उफान पर है, जिससे रामघाट और भरतघाट जैसे प्रमुख स्थल डूब गए हैं। छतरपुर में बाढ़ में फंसे परिवार को 10 घंटे बाद रेस्क्यू किया गया। दतिया में तालाब में डूबने से तीन बच्चियों की मौत हुई। मध्यप्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश से हालात गंभीर हैं।
By: Yogesh Patel
Jul 13, 202513 hours ago
मप्र में अब आफत की बारिश: छतरपुर में बाढ़ में फंसा परिवार, 10 घंटे बाद रेस्क्यू
भोपाल/ सतना, स्टार समाचार वेब
मध्यप्रदेश में बारिश अब आफत बनकर बरस रही है। बारिश के चलते कई जिलों में बाढ़ के हालात हैं। शनिवार को चित्रकूट, सतना, भोपाल, गुना, नर्मदापुरम, रायसेन, शिवपुरी, सागर, समेत कई जिलों में बारिश का दौर चलता रहा। छतरपुर जिले में सबसे ज्यादा पानी गिरा। छतरपुर में राजनगर तहसील के ग्राम दिदोनिया में एक परिवार के 5 लोग बन्ने नदी में फंसे गए थे। ये लोग खेत में झोपड़ी में सो रहे थे, तभी अचानक पानी बढ़ गया। करीब 10 घंटे बाद उनका रेस्क्यू किया जा सका।
धार्मिक नगरी चित्रकूट में पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश ने जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार हो रही बारिश के चलते मां मंदाकिनी ने अपनी सीमाएं तोड़ कर नगर में प्रवेश कर लिया है। मंदाकिनी नदी का जल स्तर बढ़ने से चित्रकूट में 2003 की तरह के हालात पैदा हो गए हैं। रामघाट - भरतघाट समेत सभी प्रमुख घाट डूब गए हैं। बाढ़ का पानी पुरानी लंका तिराहा और एमपीटी तिराहा तक पहुंच गया है। मंदाकिनी नदी का जल नगर में आने की वजह से चित्रकूट में बाढ जैसे हालातों को देखते हुए सतना कलेक्टर सतीश कुमार एस एवं पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने मौके पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और बाढ़ से निपटने के सभी उपाय करने के निर्देश दिए।
नाव से लोगों को सुरक्षित निकाला गया
लगातार बारिश की वजह से मंदाकिनी की जल स्तर बरसात की शुरूआत में ही 2016 से भी अधिक बढ़ गया है। 140 मिमी के ऊपर मंदाकिनी में पानी आने से चित्रकूट पूरी तरह से ब्लाक हो गया है। एमपीटी नगर में लोगों के डूबने के बराबर रोड में पानी है। पुरानी लंका और कामदगिरी परिक्रमा मार्ग में हालात यह हैं कि नाव चलानी पड़ रही है और लोगों को नाव के जरिए सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया।
दतिया में तालाब में डूबी 3 बच्चियां एक को बचाया
दतिया जिले के इंदरगढ़ में निमार्णाधीन तालाब में डूबने से तीन बच्चियों की मौत हो गई। चार बच्चियां खेलते-खेलते तालाब के किनारे पहुंचीं और नहाने के दौरान गहराई में चली गईं। इसमें तीन की मौत हो गई और एक को बचा लिया गया। मृत बच्चियों की पहचान टीना आदिवासी (15), नताशा आदिवासी (10) और अरुणा आदिवासी (6) के रूप में हुई है। इससे पहले शुक्रवार को सिवनी, छतरपुर, उमरिया, कटनी समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात रहे। सिवनी में 9 घंटे में ही साढ़े 6 इंच पानी गिर गया। 20 से ज्यादा जिलों में तेज बारिश हुई। मौसम विभाग ने शनिवार को 10 जिलों में अति भारी और 35 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
पर्यटक फंसे, वाहन डूबे
बताया जाता है कि मंदाकिनी का जल नगर में आने की वजह से होटलों और घरों में पानी समा गया है। जिस वजह से कई पर्यटक और श्रद्धालु चित्रकूट में फंस गए हैं। यहां तक कि दो दर्जन के आसपास चार पहिया वाहन भी मंदाकिनी के बढते जल स्तर में डूब गए हैं।