मध्यप्रदेश विधानसभा के आगामी मानसून सत्र (28 जुलाई - 8 अगस्त) में विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है। जानें कैसे जल जीवन मिशन घोटाला, बिगड़ी कानून व्यवस्था और ₹1-5 लाख के 'ट्रांसफर उद्योग' जैसे मुद्दों पर हंगामा होगा। उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे का बयान।
By: Star News
Jul 13, 20253 hours ago
भोपाल. स्टार समाचार वेब.
मध्यप्रदेश विधानसभा का आगामी मानसून सत्र 28 जुलाई से 8 अगस्त तक चलेगा। इसे लेकर उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने सत्र की अवधि पर असंतोष व्यक्त किया है, लेकिन साथ ही यह भी कहा है कि उन्हें जितना भी समय मिलेगा, वे जनता से जुड़े सभी महत्वपूर्ण मुद्दों को विधानसभा में पुरजोर तरीके से उठाएंगे और सरकार को जवाबदेह ठहराने का प्रयास करेंगे।
मुख्य मुद्दे जो उठाए जाएंगे:
हेमंत कटारे ने सत्र के दौरान उठाए जाने वाले प्रमुख मुद्दों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन में हुए कथित घोटालों का मुद्दा प्रमुखता से उठाया जाएगा। इसके अतिरिक्त, प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी सरकार से सवाल किए जाएंगे।
ट्रांसफर पर 'उद्योग' का आरोप:
विपक्ष ने राज्य में चल रहे "ट्रांसफर उद्योग" को एक बड़ा मुद्दा बताया है। हेमंत कटारे के अनुसार, प्रदेश सरकार के संरक्षण में तबादलों के लिए एक लाख से लेकर पांच लाख रुपये तक की अवैध वसूली की जा रही है। इस गंभीर आरोप को लेकर भी विधानसभा सत्र के दौरान मजबूती से आवाज उठाई जाएगी। कटारे ने आगे कहा कि इन मुद्दों के अलावा भी प्रदेश के कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों को विपक्ष पूरे दमखम के साथ विधानसभा में उठाएगा और सरकार को हर मोर्चे पर घेरने का प्रयास करेगा।