18 नवंबर 2025 (मंगलवार) का विस्तृत हिंदी पंचांग जानें। त्रयोदशी/चतुर्दशी तिथि, स्वाति नक्षत्र, शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय और मासिक शिवरात्रि व्रत की जानकारी प्राप्त करें।
By: Ajay Tiwari
Nov 18, 20251:11 AM
धर्म डेस्क. स्टार समाचार वेब
हर दिन का अपना महत्व होता है, जो उस दिन के पंचांग (Panchang) में निहित होता है। 18 नवंबर 2025, मंगलवार का दिन हिंदू कैलेंडर के अनुसार मार्गशीर्ष (Margashirsha) मास के कृष्ण पक्ष की मासिक शिवरात्रि और भौम प्रदोष व्रत का महासंयोग लेकर आ रहा है। यह दिन भगवान शिव और हनुमान जी की कृपा पाने के लिए अत्यंत शुभ है। इस विस्तृत पंचांग में तिथि, नक्षत्र, शुभ-अशुभ मुहूर्त और व्रत-त्योहारों की जानकारी प्राप्त करें।
| विवरण | मान | समय |
| तिथि | कृष्ण पक्ष त्रयोदशी | सुबह 07:12 बजे तक |
| कृष्ण पक्ष चतुर्दशी | सुबह 07:12 बजे के बाद | |
| दिन | मंगलवार | पूर्ण दिन |
| मास | मार्गशीर्ष (कृष्ण पक्ष) | |
| शक संवत | 1947 (विश्वावसु) | |
| विक्रम संवत | 2082 (कालयुक्त) | |
| नक्षत्र | स्वाति | पूर्ण रात्रि तक |
| योग | आयुष्मान | सुबह 08:08 बजे तक |
| सौभाग्य | सुबह 08:08 बजे के बाद | |
| करण | वणिज | सुबह 07:12 बजे तक |
| विष्टि (भद्रा) | सुबह 07:12 बजे से रात 08:27 बजे तक | |
| शकुनि | रात 08:27 बजे के बाद |
| विवरण | मान |
| सूर्योदय | सुबह 06:45 बजे |
| सूर्यास्त | शाम 05:26 बजे |
| चंद्रमा की राशि | तुला |
| चंद्रोदय | अगले दिन (19 नवंबर) सुबह 03:51 बजे |
| चंद्रास्त | शाम 04:00 बजे |
| सूर्य राशि | वृश्चिक |
| ऋतु | हेमंत |
अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:44 बजे से दोपहर 12:27 बजे तक
राहुकाल: दोपहर 02:45 बजे से शाम 04:05 बजे तक (इस समय कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है)
यमगण्ड: सुबह 09:27 बजे से सुबह 10:47 बजे तक
गुलिक काल: दोपहर 12:06 बजे से दोपहर 01:26 बजे तक
दुर्मुहूर्त: सुबह 09:00 बजे से सुबह 09:44 बजे तक और रात 11:49 बजे से अगले दिन 01:27 बजे तक
भद्रा काल: सुबह 07:12 बजे से रात 08:27 बजे तक
मासिक शिवरात्रि: 18 नवंबर को मार्गशीर्ष मास की मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा। यह दिन भगवान शिव की पूजा के लिए अत्यंत शुभ होता है।
दिशाशूल: उत्तर दिशा (मंगलवार को उत्तर दिशा की यात्रा करने से बचें। यदि आवश्यक हो तो गुड़ खाकर निकलें।)