प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अगस्त को SCO समिट में शामिल होने चीन जाएंगे। 2020 में गलवान झड़प के बाद यह उनकी पहली चीन यात्रा होगी। जानें दौरे का महत्व, जयशंकर की मुलाकात और ट्रंप की धमकियों का असर।
By: Ajay Tiwari
Aug 06, 202544 minutes ago
नई दिल्ली: स्टार समाचार वेब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अगस्त और 1 सितंबर को चीन में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए चीन जाएंगे। यह दौरा 2020 में गलवान घाटी में हुई सैन्य झड़प के बाद पीएम मोदी की पहली चीन यात्रा होगी। इससे पहले वह 2018 में चीन गए थे। प्रधानमंत्री के रूप में यह उनकी छठी चीन यात्रा होगी।
चीन जाने से पहले, पीएम मोदी 30 अगस्त को जापान का दौरा करेंगे, जहाँ वह भारत-जापान शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। पिछले महीने, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीन का दौरा किया था और राष्ट्रपति शी जिनपिंग तथा विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, जयशंकर ने सीमा पर तनाव कम करने, जल संसाधन डेटा साझा करने, व्यापार प्रतिबंधों और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर बात की थी। माना जा रहा है कि इस मुलाकात ने ही पीएम मोदी की चीन यात्रा का रोडमैप तैयार किया।
पीएम मोदी और शी जिनपिंग की आखिरी मुलाकात अक्टूबर 2024 में रूस के कजान शहर में ब्रिक्स समिट के दौरान हुई थी। उस समय दोनों नेताओं ने लगभग 50 मिनट तक द्विपक्षीय बातचीत की थी। मोदी ने जिनपिंग से कहा था कि "सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।"
पीएम मोदी की यह चीन यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी तेल और हथियार खरीदने के लिए भारत पर भारी टैरिफ लगाने की धमकी दी है। भारत, चीन के बाद रूसी तेल का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार है।