सतना जिले के नागौद तहसील अंतर्गत हल्का शहपुर में पदस्थ पटवारी अमर सिंह कुशवाहा को लोकायुक्त टीम ने 5 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। शिकायतकर्ता आदेश प्रताप सिंह की सूचना पर कार्रवाई हुई। राजस्व विभाग में इस साल यह दूसरी बड़ी गिरफ्तारी है।
By: Star News
हाइलाइट्स
सतना, स्टार समाचार वेब
भ्रष्टाचार व रिश्वतखोरी के आरोपों का सामना करने वाला राजस्व महकमा एक बार पुन: तब सवालों से घिर गया जब एक पटवारी को लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। मामला नागौद तहसील अंतर्गत आने वाले पटवारी हलका शहपुरा का है जहां पदस्थ पटवारी को लोकायुक्त की टीम ने एक शिकायत के बाद पकड़ा है।
इत्तिलाबी व बटांक के लिए मांगी थी रिश्वत
दरअसल बीते दिनों नागौद तहसील अंतर्गत दुबहिया गांव निवासी 40 वर्षीय आदेश प्रताप सिंह पिता राजेश सिंह ने लोकायुक्त एसपी सुनील पाटीदार से मुलाकात कर इस आशय की शिकायत दर्ज कराई थी कि हल्का शहपुर में पदस्थ पटवारी अमर सिंह कुशवाहा द्वारा इत्तिलाबी व बटांक के लिए 15 हजार की रिश्वत मांगी जा रही है, जिसमें से 25 सौ रूपए दिए जा चुके हैं। लोकायुक्त एसपी पाटीदार ने शिकायत को संजीदगी से लेते एक टीम गठित कर रिश्वत मागने वाले पटवारी अमर सिंह को दबोचने के लिए जाल बिछाया। गुरूवार की सुबह पटवारी ने शिकायत कर्ता आदेश प्रताप सिंह को रिश्वत की दूसरी किश्त देने के लिए बुलाया। उधर एसपी लोकायुक्त द्वारा तैयार की गई रणनीति पर अमल करने ट्रैप प्रभारी उप निरीक्षक उपेंद्र दुबे और डीएसपी प्रवीण सिंह परिहार के नेतृत्व में 12 सदस्यीय लोकयुक्त टीम पहले से ही घात लगाकर बैठ गई। जैसे ही ही आदेश ने पटवारी को 5 हजार रूपए सौंपे वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने आरोपी को पकड़ लिया। टीम ने मौके पर ही रिश्वत की रकम को बरामद कर आरोपी पटवारी के हाथा धुलवाए तो अमर सिंह कुशवाहा की हथेली रंगीन हो गई जो इस आत का द्योतक थी कि आरोपी पटवारी ने रिश्वत के पैसे लिए हैं। आरोपी पटवारी को रिश्वत की रकम के साथ पकड़ने के बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के साथ कार्रवाई की जा रही है।
शिकायतकर्ता आदेश सिंह द्वारा पटवारी हल्का शहपुर में भूमि के इत्तिलाबी एवं बटांक कायम करने के एवज में 15000 रुपए की घाूस मांगे की शिकायत की गई थी, जिसके बाद हमारी टीम ने आरोपी पटवारी को रकम के साथ पकड़ लिया है। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।
सुनील पाटीदार, एसपी लोकायुक्त रीवा
भ्रष्टाचार के सर्वाधिक मामले राजस्व के, जनवरी में आरआई चढ़ा था हत्थे
यदि लोकायुक्त द्वारा की जाने वाली कार्रवाइयों पर नजर दौड़ाई जाय तो पता चलता है कि सर्वाधिक रिश्वतखोरी के मामले राजस्व महकमे के ही सामने आते हैं। दूसरे नंबर पर पंचायत विभाग है। सतना में इसके पहले जनवरी माह में लोकायुक्त की टीम ने बिरसिंहपुर तहसील के राजस्व निरीक्षक संजय सिंह को 14 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था जिन पर पीड़ित किसान रमेश पांडेय ने जमीन के सीमांकन के बदले 40 हजार रुपए रिश्वत मागने का आरोप लगाया था, जिसमें से 26 हजार रुपए पहले ही दिए जा चुके थे, वहीं 14 हजार रुपए और वसूलने के फेर में लोकायुक्त टीम के हत्थे चढ़ गए थे।